नई दिल्ली: कोरोना वायरस के संक्रमण से लोगों को बचाने के लिए देशभर में लॉकडाउन लागू है. बावजूद जो लोग इस लड़ाई में फ्रंट पर आकर के अपनी जिम्मेदारी व सेवा दे रहे हैं, उनके मनोबल को बढ़ाने के लिए दिल्ली सरकार अन्य संस्थाओं के साथ मिलकर 'समर्थन' नाम से एक अभियान शुरू करने जा रही है.
लॉकडाउन के दौरान भी संक्रमित लोगों को ठीक करने, सिस्टम को चलाने में जिस तरह डॉक्टर, पुलिसकर्मी, सेना के जवान, मीडिया कर्मी व अन्य जरूरी सेवाओं की आपूर्ति करने वाले लोग दिन रात ड्यूटी कर रहे हैं, इस अभियान के जरिए ऐसे लोगों के मनोबल को सरकार बढ़ाने का काम करेगी.
इहबास के नेतृत्व में चलेगा अभियान
स्टेट मेंटल हेल्थ ऑथोरिटी और इहबास (मानव व्यवहार और संबद्ध विज्ञान संस्थान) द्वारा शुरू इस अभियान में दिल्ली साइकाइट्रिक सोसाइटी, दिल्ली मेडिकल काउंसिल, दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन से जुड़े सीनियर एक्सपर्ट बुधवार सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक टेली काउंसलिंग कर कोरोना के जंग से लड़ने वालों को मनोबल को बढ़ाने में मदद करेंगे. इसके लिए 500 मनोचिकित्सकों की एक टीम तैयार की गई है.
क्या कहते हैं इहबास के डायरेक्टर
इस अभियान के संयोजक इहबास के निदेशक डॉक्टर नेमिष जी देसाई ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा कि इस संकट की घड़ी में जब सब आशंकित हैं और जो लोग फ्रंट पर आकर के लड़ रहे हैं उनके मनोबल को बढ़ाना हम सब की भूमिका बनती है. इसलिए इसका नाम समर्थन दिया गया है. टेली काउंसलिंग के जरिए जो फ्रंट लाइन पर डॉक्टर, पुलिसकर्मी सेना के जवान व अन्य लोग काम कर रहे हैं या फिर कोरोना की चपेट में आ गए हैं, उनकी मदद की जाएगी. उनके सवाल की उत्तर दिए जाएंगे और समस्याओं को सुलझाने की कोशिश की जाएगी. इस अभियान का मकसद है कोरोना वायरस का जो डर जेहन में है उसे खत्म करना. बढ़े हुए मनोबल के साथ इस लड़ाई में अपनी भूमिका अदा करना है.