नई दिल्ली. इन दिनों देश में प्याज के दाम आसमान छू रहे हैं. लगातार मीडिया वेबसाइट, न्यूज चैनलों में आए दिन प्याज के दामों पर चर्चा की जाती है. शनिवार को उत्तर प्रदेश सरकार में कृषि मंत्री ने भी प्याज के दाम पर बोलते नजर आए थे.
इसी क्रम में रविवार को खाद्य आपूर्ति मंत्री इमरान हुसैन से ईटीवी भारत ने प्याज को लेकर बात की. इस दौरान सबसे बड़ा सवाल ये है कि दिल्ली में जनता को प्याज की बढ़ती कीमतों से राहत कब मिलेगी. इस सवाल पर खाद्य आपूर्ति मंत्री इमरान हुसैन का कहना है कि दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने जनता को प्याज के देने की पूरी व्यवस्था कर रखी है पर केंद्र सरकार ही प्याज मुहैया नहीं करा रही है.
'10 ट्रक प्याज की मांग पर मिला केवल दो ही ट्रक'
इस दौरान मंत्री इमरान हुसैन ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें 5 सितंबर को केंद्र सरकार की चिठ्ठी आई थी. जिसमें केंद्र के पास 56 हजार मीट्रिक टन प्याज होने का जिक्र था. जिसमें से दिल्ली सरकार यह प्याज जनता में प्याज सप्लाई के लिए ले सकती है. उसके बाद दिल्ली सरकार ने वहां से प्याज का उठाव शुरु किया.
उन्होंने बताया कि इस दौरान हमने केंद्र सरकार से प्रतिदिन 10 ट्रक प्याज की मांग की थी, पर हमें 2-5 गाड़ियां ही हर दिन मिलीं. आगे उन्होंने कहा कि कई दिनों तक तो सप्लाई ही नहीं आई और 24 नवम्बर के बाद सप्लाई को पूरी तरह से बंद है.
प्याज को लेकर कई बार लिखी गई चिठ्ठी
इमरान हुसैन का कहना है कि 24 नवंबर को जो प्याज की गाड़ी आई, उसमें भी 13-14 मीट्रिक टन ही प्याज था. उन्होंने कहा कि हमने इस संबंध में कई बार केंद्र सरकार को चिठ्ठी लिखी पर उधर से कोई सकारात्मक जवाब नहीं आया. बता दें कि पिछले दिनों केंद्र सरकार में कैबिनेट मंत्री रामविलास पासवान ने कहा था कि केंद्र सरकार के पास रखे प्याज इसलिए सड़ गए, क्योंकि राज्य सरकारों ने प्याज का उठाव नहीं किया.