नई दिल्ली: मालवीय नगर स्थित बाबा का ढाबा आज किसी परिचय का मोहताज नहीं है. बाबा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद बाबा के ढ़ाबे पर लोगों की भीड़ जमा होने लगी. कई लोगों ने बाबा की मदद उन्हें रुपये देकर की तो कई लोगों ने ढ़ाबे पर उनका हाथ बटा कर. कई लोग खाना खाने के साथ-साथ ढ़ाबे के लिए राशन लेकर आए तो कुछ लोग उनके घर तक उनकी मदद करने के लिए पहुंचे. बाबा का ढ़ाबा सोशल मीडिया पर छाने के बाद कई लोगों को इसमें अपना फायदा दिखने लगा. बता दें कि जिस बाबा के ढ़ाबे को जहां कोई जानता तक नहीं था वहां अब ब्रांड प्रमोशन के लिए कई कंपनियों ने अपने पोस्टर लगाना शुरू कर दिया है.
बाबा के ढ़ाबे के पास कोविड इंश्योरेंस के काउंटर
ईटीवी भारत ने बाबा के ढाबे के मालिक कांता प्रसाद से बात करने की कोशिश. इस बातचीत के दौरान उन्होंने वायरल वीडिय से पहले के अपने हालात और वीडियो के बाद के हालात व्यक्त किए हैं. कांता प्रसाद का कहना है कि पहले कई लोग आए जो हमेशा अपना नंबर देकर चले जाते थे. लेकिन वीडियो वायरल होने के बाद से हर कोई इस बात के लिए आश्वासन देता है कि वो उनके साथ खड़े हैं. वहीं बाबा ने बताया कि पहले वो 750 ग्राम चावल बेचने के लिए कड़ी मेहनत करते थे. लेकिन अब पांच किलों चावल आधे दिन में बिक जाते है. बता दें कि बाबा के ढ़ाबे पर कोविड इंश्योरेंस के छोटे काउंटर भी लग गए हैं.
बाबा को अब मदद की जरूरत नहीं
बातचीत में बाबा ने बताया की भीड़ को संभालना उनके लिए मुश्किल हो रहा है इसलिए अब वो अपनी मदद के लिए एक लड़के को रखेंगे. जो उनके काम को संभाल सके. बाबा से जब दुकान के बाहर लगे पोस्टर के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि ये पोस्टर उनके लिए मदद और प्रचार दोनों है. साथ ही आपको बता दें कि बाबा ने लोगों से कहा है कि अब उन्हें मदद की जरूरत नहीं है. अब लोग दूसरे जरूरतमंदों की मदद कर सकते हैं.