नई दिल्ली: मोटर व्हीकल एक्ट में संशोधन के बाद से लागू हुए नियम के अनुसार ट्रैफिक नियमों की अनदेखी पर भारी जुर्माने का प्रावधान बड़ा मुद्दा बनता जा रहा है. इसे लेकर दिल्ली से जुड़े ऑटो, टैक्सी व ग्रामीण सेवा यूनियन के लोगों ने मुख्यमंत्री केजरीवाल से मुलाकात की.
बता दें कि जब से जुर्माने का नया प्रावधान लागू हुआ है, कई ऐसी घटनाएं सामने आ चुकी हैं, जहां ट्रैफिक नियमों की अनदेखी पर भारी जुर्माने वसूले गए. बीते दिन गुरुग्राम में रेड लाइट जंप करने पर और जरूरी कागजात न होने पर एक ऑटो वाले पर 32 हजार का जुर्माना लगाया गया था.
मुख्यमंत्री ने हाथ खड़े किए
दिल्ली में भी ऐसी घटनाएं देखने को मिल रही हैं. ऑटो, टूरिस्ट टैक्सी और आरटीवी यूनियन के लोगों ने इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की. इन लोगों ने अपनी समस्या बताते हुए मुख्यमंत्री केजरीवाल से इस मामले में दखल का अनुरोध किया.
मुख्यमंत्री से मिलने के बाद टूरिस्ट टैक्सी यूनियन के दिल्ली प्रदेश के अध्यक्ष इंद्रजीत सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा कि मुख्यमंत्री ने हमारी पुरानी मांगों को लेकर तो आश्वासन दिया, जिसमें हमने उनसे कहा था कि ऑटो की तर्ज पर टूरिस्ट टैक्सी को भी फिटनेस पेनाल्टी से छुटकारा दिया जाए और टैक्सी स्टैंड की व्यवस्था हो, लेकिन मुख्यमंत्री ने हमारी मुख्य मांग पर कहा कि यह हमारे हाथ में नहीं है.
सोमवार को कमर्शियल वाहन हड़ताल पर रहेंगे
सीएम द्वारा इस मुद्दे पर हाथ खड़ा करने के बाद, टूरिस्ट टैक्सी यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष इंद्रजीत सिंह, ग्रामीण सेवा के प्रदेश अध्यक्ष चंदू चौरसिया और आरटीवी सेवा के प्रदेश अध्यक्ष संजय बाटला ने एक सुर में कहा कि इस भारी जुर्माने के खिलाफ दिल्ली में चलने वाले सारे कमर्शियल वाहन सोमवार को हड़ताल पर रहेंगे, कोई भी गाड़ियां बाहर नहीं निकलेंगीं.
इनका यह भी कहना है कि हम इस हड़ताल को लेकर दिल्ली के लोगों से कहना चाहेंगे कि हम अपनी रोजी रोटी बचाए और बनाए रखने के लिए ऐसा कर रहे हैं. अब देखने वाली बात है कि हड़ताल द्वारा सरकार पर दबाव बनाने की इनकी इन कोशिश का क्या नतीजा निकलता है.