नई दिल्ली: लॉकडाउन के बीच जहां एक तरफ गरीब मजदूर परेशान हैं, वहीं दूसरी तरफ उनसे मोटी रकम वसूल कर उन्हें घर भेजा जा रहा है. ये कहना है दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौधरी का.
दरअसल अनिल चौधरी सोमवार की रात दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर पहुंचे और वहां बसों में बैठे मजदूरों से बात की. इस दौरान मजदूरों ने उन्हें बताया कि हमसे 4-4 हजार रुपये लिए गए हैं, जिसके बाद बसों से घर जाने दिया जा रहा है.
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रात के 1:30 बजे कई प्राइवेट बसें दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर खड़ी थी, उन बसों में भारी संख्या में प्रवासी श्रमिक थे, मैंने उनसे बात की जिसमें केजरीवाल सरकार की सच्चाई और उसकी पोल खुली।
— Anil Chaudhary (@Ch_AnilKumarINC) May 19, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
श्रमिकों से 4 हज़ार रुपए प्रति व्यक्ति लिया गया।
कहीं इन बसों के साथ सरकार की साँठ-गाँठ तो नहीं ? pic.twitter.com/3fC7Kydr7q
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— Anil Chaudhary (@Ch_AnilKumarINC) May 19, 2020
श्रमिकों से 4 हज़ार रुपए प्रति व्यक्ति लिया गया।
कहीं इन बसों के साथ सरकार की साँठ-गाँठ तो नहीं ? pic.twitter.com/3fC7Kydr7qरात के 1:30 बजे कई प्राइवेट बसें दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर खड़ी थी, उन बसों में भारी संख्या में प्रवासी श्रमिक थे, मैंने उनसे बात की जिसमें केजरीवाल सरकार की सच्चाई और उसकी पोल खुली।
— Anil Chaudhary (@Ch_AnilKumarINC) May 19, 2020
श्रमिकों से 4 हज़ार रुपए प्रति व्यक्ति लिया गया।
कहीं इन बसों के साथ सरकार की साँठ-गाँठ तो नहीं ? pic.twitter.com/3fC7Kydr7q
इसे लेकर चौधरी अनिल का कहना है कि एक तरफ दिल्ली सरकार कह रही है कि हम मजदूरों को फ्री में उनके घर पहुंचाने की व्यवस्था कर रहे हैं, तो इन मजदूरों से पैसे क्यों लिए जा रहे हैं.
चौधरी अनिल ने ट्वीट करते हुए कहा-
'रात के 1:30 बजे कई प्राइवेट बसें दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर खड़ी थीं, उन बसों में भारी संख्या में प्रवासी श्रमिक थे, मैंने उनसे बात की जिसमें केजरीवाल सरकार की सच्चाई और उसकी पोल खुली. श्रमिकों से 4 हजार रुपए प्रति व्यक्ति लिया गया, कहीं इन बसों के साथ सरकार की सांठ-गांठ तो नहीं'?