नई दिल्लीः संसद के मानसून सत्र के बीच आज शिरोमणि अकाली दल के नेताओं ने बंदी सिखों की रिहाई के लिए संसद भवन से लेकर जंतर मंतर तक धरना दिया. सुखबीर बादल और हरसिमरत बादल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर उनसे भी बंदी सिखों की रिहाई की मांग उठाई. इस मुद्दे को लेकर सुखबीर बादल ने कहा कि उन्होंने इस मामले से संबंधित पत्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पहले ही लिखा हुआ है, जिसका जवाब अभी नहीं मिला है.
सुखबीर बादल ने जेल में बंद देवेंद्रपाल सिंह भुल्लर की रिहाई के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भी पत्र लिखा है. वे सुबह गुरुद्वारा बंगला साहिब भी गए थे. उसके बाद वे संसद के बाहर भी बंदी सिखों की रिहाई को लेकर हाथों में तख्ती लेकर विरोध प्रदर्शन किया.
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गत मार्च महीने में सात सदस्यीय सजा समीक्षा बोर्ड (एसआरबी) ने तिहाड़ जेल से देवेंद्रपाल सिंह भुल्लर की समयपूर्व रिहाई को टाल दिया था. भुल्लर को 1993 के दिल्ली बम विस्फोट मामले में 2011 में दोषी ठहराया गया था और मौत की सजा सुनाई गई थी. इसके बाद 2014 में सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई में देरी और स्वास्थ्य कारणों के चलते मौत की सजा को उम्रकैद में बदल दिया गया था. दिल्ली सरकार की तरफ से भुल्लर की रिहाई को लेकर अभी तक कोई फैसले नहीं लिए जाने को लेकर परिजनों ने सरकार से कई बार नाराजगी जताई है.