नई दिल्ली: विमानन कंपनी स्पाइसजेट का शुद्ध घाटा चालू वित्त वर्ष की जून तिमाही में बढ़कर 789 करोड़ रुपये (SpiceJet net loss widens in June quarter) पर पहुंच गया. जिसके बाद स्पाइसजेट के मुख्य वित्तीय अधिकारी (CFO) संजीव तनेजा (SpiceJet CFO sanjeev taneja resigns) ने पद से इस्तीफा दे दिया. एयरलाइन स्पाइसजेट ने बुधवार को कहा कि कंपनी के मुख्य वित्तीय अधिकारी संजीव तनेजा ने बढ़ते घाटे और इन-फ्लाइट घटनाओं में वृद्धि के बीच इस्तीफा दे दिया. स्पाइसजेट ने जारी बयान में कहा कि विमान ईंधन (एटीएफ) की कीमतों में वृद्धि तथा रुपये की विनियम दर में गिरावट के कारण उसका घाटा बढ़ा है.
उतार-चढ़ाव का सामना कर रही कंपनी को इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 729 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था. पिछले वित्त वर्ष की अंतिम तिमाही में कंपनी का शुद्ध घाटा 458 करोड़ रुपये था. कंपनी ने कहा, 'चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कुल आय बढ़कर 2,478 करोड़ रुपये हो गई, जो बीते वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 1,266 करोड़ रुपये थी.'
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SpiceJet reported a net loss of Rs 789 crores (Rs 420cr excluding forex adjustment) for the June 30 2022 quarter, as compared to a net loss of Rs 729 crores in the 30 June 2021 quarter as business was severely impacted by record high fuel prices & a depreciating Rupee: SpiceJet pic.twitter.com/pWzQqpP5ZD
— ANI (@ANI) August 31, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">SpiceJet reported a net loss of Rs 789 crores (Rs 420cr excluding forex adjustment) for the June 30 2022 quarter, as compared to a net loss of Rs 729 crores in the 30 June 2021 quarter as business was severely impacted by record high fuel prices & a depreciating Rupee: SpiceJet pic.twitter.com/pWzQqpP5ZD
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— ANI (@ANI) August 31, 2022
स्पाइसजेट के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक अजय सिंह ने कहा कि उद्योग पिछले कुछ समय सबसे गंभीर परिचालन स्थिति में से एक का सामना कर रहा है. इन परिस्थितियों से वित्त वर्ष 2021-22 की तीसरी तिमाही में हुई प्रगति और सुधार को प्रभावित किया है. उन्होंने कहा कि कंपनी भविष्य और निरंतर सुधार को लेकर आशावादी हैं. भविष्य की योजनाओं को प्राप्त करने के लिए निदेशक मंडल ने नयी पूंजी जुटाने की मंजूरी दे दी है. कंपनी जल्द ही 20 करोड़ डॉलर तक जुटाने के लिए निवेश बैंकरों के साथ संपर्क करेगी.
स्पाइसजेट के दो और विमानों का पंजीकरण रद्द
वहीं, नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने बुधवार को स्पाइसजेट के दो और बोइंग-737 विमानों का पंजीकरण रद्द कर दिया. इसके साथ ही अगस्त में किफायती सेवाएं देने वालही एयरलाइन के छह बोइंग-737 विमानों का पंजीकरण रद्द कर दिया गया है. डीजीसीए के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, 31 अगस्त को अपरिवर्तनीय विपंजीकरण और निर्यात अनुरोध प्राधिकरण (आईडीईआरए) के तहत बोइंग 737-800 विमान वीटी-एसपीयू और बोइंग 737-900ईआर विमान वीटी-एसजीक्यू का पंजीकरण रद्द किया गया है. बता दें, केपटाउन संधि के तहत, अगर कोई चूक होती है, तो पट्टा देने वाले और ऋणदाता, पट्टे पर दिए गए विमान का पंजीकरण रद्द कर सकते हैं. इस तरह के अनुरोध आईडीईआरए के तहत किए जाते हैं.
स्पाइसजेट के कर्मचारियों को वेतन मिलने में देरी
इस बीच, स्पाइसजेट के कर्मचारियों ने लगातार दूसरे महीने देरी से वेतन मिलने का आरोप लगाया है. वहीं, कंपनी का कहना है कि उसने वेतन का भुगतान 'ग्रेड' के हिसाब से करना शुरू कर दिया है. स्पाइसजेट के कर्मचारियों ने बुधवार को दावा किया कि चालक दल के सदस्यों समेत अन्य कर्मचारियों को जुलाई महीने के लिए वेतन मिलने में देरी हुई है. उन्होंने कहा कि कई कर्मचारियों को वित्त वर्ष 2021-22 के लिए अभी तक 'फॉर्म-16' भी नहीं मिला है.
एक कर्मचारी ने बताया, 'जून में वेतन सही समय पर मिला था. इसके अलावा वेतन अभी तक कोविड-19 के स्तर के बराबर नहीं है. चालक दल के प्रमुख और फर्स्ट अधिकारियों को अब भी महामारी-पूर्व का 50 प्रतिशत वेतन भी नहीं मिल रहा है.' गौरतलब है कि महामारी और वेतन मिलने में देरी के कारण स्पाइसजेट के कई पायलटों ने पिछले कुछ महीनों में कंपनी से इस्तीफा दे दिया है. इसमें अधिकारी और साथ ही इसके बोइंग 737 बेड़े के चालक दल के प्रमुख या कैप्टन भी शामिल हैं.
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