मुंबई : अन्य एशियाई बाजारों के कमजोर रुख तथा बैंक शेयरों में भारी बिकवाली से बुधवार को स्थानीय शेयर बाजार बड़ी गिरावट के साथ खुले. बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 1,371.23 अंक गिरकर 71,757.54 अंक पर आ गया. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 395.35 अंक टूटकर 21,636.95 पर कारोबार कर रहा था. सेंसेक्स की कंपनियों में एचडीएफसी बैंक के दिसंबर तिमाही के नतीजों के बाद उसके शेयर में छह प्रतिशत की गिरावट आई.
एचडीएफसी बैंक का अक्टूबर-दिसंबर तिमाही का एकीकृत शुद्ध लाभ 2.65 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 17,258 करोड़ रुपये रहा है. सितंबर तिमाही में यह 16,811 करोड़ रुपये था. एक्सिस बैंक, टाटा स्टील, कोटक महिंद्रा बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, टाटा मोटर्स और बजाज फाइनेंस के शेयर भी नुकसान में थे. वहीं दूसरी ओर टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, रिलायंस इंडस्ट्रीज, अल्ट्राटेक सीमेंट, इन्फोसिस, एचसीएल टेक्नोलॉजीज और टेक महिंद्रा के शेयर लाभ में कारोबार कर रहे थे.
अन्य एशियाई बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में थे. जापान का निक्की लाभ में था. वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.57 प्रतिशत गिरकर 77.84 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया. शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने मंगलवार को 656.57 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे थे.
रुपया तीन पैसे की गिरावट 83.15 प्रति डॉलर पर खुला
अन्य मुद्राओं की तुलना में डॉलर में मजबूती के रुख के बीच बुधवार को शुरुआती कारोबार में रुपया तीन पैसे की गिरावट के साथ 83.15 प्रति डॉलर पर खुला. घरेलू शेयर बाजारों में भारी बिकवाली से भी रुपये की धारणा प्रभावित हुई. विदेशी मुद्रा व्यापारियों ने कहा कि घरेलू शेयर बाजारों में विदेशी कोषों के प्रवाह और अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में नरमी ने घरेलू मुद्रा में भारी गिरावट को रोक दिया. अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनियम बाजार में रुपया 83.13 पर खुला और डॉलर के मुकाबले 83.15 तक फिसल गया, जो पिछले बंद भाव से तीन पैसे की गिरावट है. मंगलवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 26 पैसे टूटकर 83.12 पर बंद हुआ.
इस बीच, छह अन्य मुद्राओं की तुलना में अमेरिकी मुद्रा का आकलन करने वाला डॉलर सूचकांक 0.08 प्रतिशत बढ़कर 103.19 पर कारोबार कर रहा था. वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड वायदा 0.47 प्रतिशत गिरकर 77.92 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया.