नई दिल्ली: भारत की सबसे बड़ी निजी ईंधन खुदरा कंपनी नायरा एनर्जी ने शुक्रवार को कहा कि घरेलू खपत बढ़ने के कारण 2023 के पहले नौ महीनों में उसके पेट्रोलियम उत्पाद निर्यात में 22 प्रतिशत की गिरावट आई है. कंपनी की ओर से एक बयान में कहा गया कि नायरा ने जनवरी-सितंबर 2023 के बीच विमान ईंधन, डीजल और पेट्रोल सहित 45.7 लाख टन पेट्रोलियम उत्पादों का निर्यात किया, जबकि जनवरी-सितंबर 2022 में 58.8 लाख टन का निर्यात किया था. इस गिरावट का मुख्य कारण घरेलू खपत का अधिक होना है. वहीं जनवरी-सितंबर 2023 के बीच नायरा ने यूरोप को पेट्रोल और डीजल की कोई आपूर्ति नहीं की.
बता दें, नायरा एनर्जी गुजरात के वाडिनार में 20 मिलियन टन प्रति वर्ष की तेल रिफाइनरी और 6,450 से अधिक पेट्रोल पंपों का नेटवर्क संचालित करती है. नायरा एनर्जी ने जनवरी-सितंबर 2023 के बीच जेट ईंधन, गैसोइल (डीजल) और गैसोलीन (पेट्रोल) सहित 4.57 मिलियन टन पेट्रोलियम उत्पादों का निर्यात किया. कंपनी ने एक बयान में कहा कि जनवरी-सितंबर 2022 में 5.88 मिलियन टन की तुलना में घरेलू खपत का अधिक होना इसका मुख्य कारण था. कंपनी संस्थागत व्यवसाय, अन्य तेल कंपनियों को बिक्री और अपनी खुदरा श्रृंखला के माध्यम से घरेलू बाजार में सेवाएं दे रही है.
दरअसल. नायरा हर साल लगभग 500 खुदरा दुकानों को जोड़ने के साथ सबसे तेजी से बढ़ने वाला निजी खुदरा नेटवर्क है. बेहतर नियंत्रण और मानकों के लिए नायरा नेटवर्क पूरी तरह से स्वचालित (98 प्रतिशत आउटलेट) है.
नायरा एनर्जी के अध्यक्ष और रिफाइनरी प्रमुख, प्रसाद पणिक्कर ने कहा कि एक भारतीय कंपनी के रूप में नायरा भारत में और भारत के लिए है. हम देश की ऊर्जा की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए अत्यधिक प्रतिबद्ध और प्रेरित हैं. भारत के रिफाइनिंग आउटपुट का लगभग 8 प्रतिशत नायरा एनर्जी भारत की ऊर्जा सुरक्षा में महत्वपूर्ण योगदान दे रही है. उन्होंने कहा कि हम भारत की ऊर्जा जरूरतों के लिए एक मजबूत भागीदार बनने में विश्वास करते हैं और देश की उपभोग मांगों को पूरा करना जारी रखेंगे. निकट भविष्य में, हम पेट्रोकेमिकल के क्षेत्र में भारत की बढ़ती मांग में भी योगदान देना शुरू करेंगे.
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