नई दिल्ली: सेवाएं उपलब्ध करने के लिए आधार संख्या आधारित फेस वेरिफिकेशन (Face Verification) में भारी उछाल आया है. मई में 1.06 करोड़ ऐसे सत्यापन हुए, जो अभी तक का सर्वाधिक मासिक आंकड़ा है. एक ऑफिशियल प्रेस रिलीज में यह जानकारी दी गई. यह लगातार दूसरा महीना है जब फेस वेरिफिकेशन की संख्या एक करोड़ से ज्यादा हुई है. बयान के अनुसार, फेस वेरिफिकेशन की संख्या बढ़ रही है. जनवरी, 2023 में ऐसे वेरिफिकेशन की तुलना में मई में हुए सत्यापन की संख्या में 38 फीसदी की वृद्धि हुई है.
भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) द्वारा विकसित आर्टफिशियल इंटेलीजेंस /मशीन लर्निंग समाधान का उपयोग अब 47 संस्थाएं कर रही हैं. इनमें राज्य सरकार के विभाग, केंद्र सरकार के मंत्रालय और कुछ बैंक हैं. इसका उपयोग आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के लाभार्थियों के पंजीकरण में, प्रधानमंत्री किसान योजना के लाभार्थियों के सत्यापन में और पेशनधारकों द्वारा घरों पर डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र जारी करने के लिए किया जा रहा है.
इसके अलावा, इसका उपयोग कई सरकारी विभागों में कर्मचारियों की उपस्थिति दर्ज करने और कुछ प्रमुख बैंकों में उनके बैंक प्रतिनिधियों के माध्यम से खाते खोलने में भी किया जा रहा है. प्रेस रिलीज में बताया गया कि मई में Unique Identification Authority of India (UIDAI) ने लोगों से प्राप्त आवेदन के बाद 1.48 करोड़ आधार कार्ड को संशोधित किया.
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(भाषा)