वाशिंगटन : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी व्यापारिक समुदाय से सीधी अपील में कहा है कि यह समय भारत में निवेश का है, क्योंकि भारती और अमेरिका की सरकारों ने इसके लिए अनुकूल माहौल तैयार किया है. इसके पहले प्रधान मंत्री ने शुक्रवार को व्हाइट हाउस में टेक्नोलॉजी हैंडशेक कार्यक्रम में राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ अमेरिका और भारत के प्रमुख सीईओ से मुलाकात की. इसमें गूगल के सुंदर पिचाई, माइक्रोसॉफ्ट के सत्या नडेला, ओपनएआई के सैम ऑल्ट, एफएमसी कॉर्पोरेशन के मार्क डगलस, रिलायंस के मुकेश अंबानी, महिंद्रा के आनंद महिंद्रा आदि शामिल थे.
कार्यक्रम में दोनों देशों की कंपनियों, व्यवसायों, निर्माताओं और नवप्रवर्तकों को संदेश दिया गया कि यही वह समय है, जब आप भारत में निवेश कर सकते हैं, क्योंकि इसके लिए अमेरिका व भारत की सरकारों ने अनुकूल कार्य किया है.
![Modi appeals to American businessmen to invest in India](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/24-06-2023/18833724_narendra-modi.jpg)
मोदी दोनों देशों के बीच संबंधों को बढ़ावा देने वाले एक वकालत समूह यूएस-इंडिया स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप फोरम द्वारा यहां प्रतिष्ठित कैनेडी सेंटर में आयोजित एक कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे. मोदी के साथ मंच पर विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन थे. अमेरिकी विदेश विभाग के दोपहर के भोजन के बाद उनकी दूसरी बैठक यूएसआईएसपीएफ के अध्यक्ष और सिस्को के मानद अध्यक्ष जॉन चैंबर्स के साथ हुई.
मोदी ने कारोबारी नेताओं से कहा कि उन्हें इस मौके को हाथ से नहीं जाने देना चाहिए. उन्होंने उनसे कहा, मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि आपको भारत में बेहतर माहौल मिलेगा। व्यापार करने में आसानी हमारी सरकार की प्रतिबद्धता है.
प्रधानमंत्री ने भारत को एक विश्वसनीय आर्थिक शक्ति और खिलाड़ी के रूप में प्रस्तुत किया, और बताया कि भारत ने कैसे यह इस सदी में दुनिया के सामने आए सबसे खराब संकट कोविड-19 महामारी के दौरान दुनिया की सहायता की. उन्होंने कहा, जब दुनिया को दवाओं की जरूरत थी, भारत ने अपना उत्पादन बढ़ाया और 150 से अधिक देशों को दवाएं भेजीं.
मोदी ने कहा-
''मैं एक बार फिर आप सभी को भारत की इस विकास यात्रा में साथ मिलकर आगे बढ़ने के लिए आमंत्रित करता हूं.''