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COVID-19 के कारण अधिकांश उपभोक्ताओं ने वाहन खरीदने का निर्णय टाला : रिपोर्ट - new car purchase

कोविड 19 महामारी ने 80 प्रतिशत उपभोक्ताओं को चार पहिया वाहन खरीदने के अपने फैसले को टालने के लिए मजबूर किया है, जबकि 82 प्रतिशत लोगों ने दोपहिया वाहन खरीदने की योजना टाल दी है. हालांकि दोपहिया वाहनों को खरीदने वालों का झुकाव इलेक्ट्रिक वाहनों की तरफ बढ़ा है.

कार खरीदने की योजना टाली
कार खरीदने की योजना टाली
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Published : Mar 28, 2022, 2:08 PM IST

Updated : Mar 28, 2022, 2:13 PM IST

नयी दिल्ली: कोविड-19 महामारी ने 80 प्रतिशत उपभोक्ताओं को चार पहिया वाहन खरीदने के अपने फैसले को टालना पड़ा है जबकि 82 प्रतिशत लोगों ने दोपहिया वाहन खरीदने की योजना टाली है. मोबिलिटी आउटलुक द्वारा किए गए सर्वे के अनुसार भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) की तरफ लोगों का झुकाव बढ़ा है साथ ही दोपहिया वाहन खरीदने के इच्छुक ग्राहकों में 40 प्रतिशत ग्राहकों ने इस साल ईवी खरीदने के इच्छा जतायी है. जब हम साल 2021 से तुलना करें तो लोगों का दोपहिया इलेक्ट्रिक वाहनों के प्रति लोगों का झुकाव बढ़ा है. लेकिन चार पहिया वाहनों के लिए यह संख्या सीमित है. कारट्रेड टेक के एक ब्रांड मोबिलिटी आउटलुक के सर्वेक्षण के अनुसार, उन्होंने 2,56, 351 लोगों से पूछताछ की जिसमें 33 प्रतिशत लोगों ने ही इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने की इच्छा जतायी है.

"इस वर्ष की रिपोर्ट के अनुसार, 80 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने चार पहिया वाहन खरीदने के अपने निर्णय को स्थगित कर दिया और 82 प्रतिशत ने COVID-19 के प्रभाव के बाद दोपहिया वाहन खरीदने के अपने निर्णय को स्थगित किया. हालांकि इस साल यानी 2022 में इसकी संख्या में थोड़ी वृद्धि देखी गई है. इसने आगे कहा कि चार पहिया वाहन पर प्रतिक्रिया देनेवालों में से 18 प्रतिशत लोगों ने वाहन खरीदते समय व्यक्तिगत बचत और लिक्विडिटी पर भरोसा कर रहे हैं. जबकि साल 2021 ऐसे लोगों की संख्या मात्र 14 प्रतिशत थी.

सर्वेक्षण - इंडियन ऑटोमोटिव कंज्यूमर कैनवस (IACC) 2022 इस साल 3-12 मार्च से आयोजित किया गया. इस दौरान यह देखने में आया कि दोपहिया वाहन के ग्राहकों में से 40 प्रतिशत लोग इस वर्ष EV खरीदने के इच्छुक जबकि 2021 में मात्र 37 प्रतिशत लोग ही इसको खरीदने के इच्छुक थे. इसी बीच चार पहिया इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने के इच्छुक उपभोक्ताओं के प्रतिशत में कोई बदलाव नहीं हुआ है. 33 प्रतिशत लोगों ने पिछले वर्ष की तरह ही इस वर्ष चार पहिया EV खरीदने के इच्छुक मिले.

रिपोर्ट के अनुसार, ग्राहक यह महसूस कर रहे हैं कि ईवीएस पारंपरिक वाहनों के साथ प्रतिस्पर्धा कर सकते हैं. हालांकि वे चार्जिंग संबंधित बुनियादी ढांचे की कमी को लेकर सबसे ज्यादा चिंतित थे. CarTrade Tech के CEO कंज्यूमर बिजनेस बनवारी लाल शर्मा ने कहा कि सर्वेक्षण पॉजिटिव भावना को दर्शाता है. हम देख सकते हैं कि लोग नए वाहन खरीदने के इच्छुक हैं लेकिन कई कारक हैं जो ग्राहकों के निर्णयों को प्रभावित कर रहे हैं."

हालांकि अब लोग वित्तीय समस्याओं से उबर रहे हैं. फिर भी 26 प्रतिशत ग्राहकों की प्राथमिकता लीजिंग, प्री-ओन्ड, सब्सक्रिप्शन मॉडल की तरफ थी. इलेक्ट्रिक वाहन उद्योगों को अपनी बिक्री बढ़ाने के लिए चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर पर ध्यान देने की जरूरत है. पिछले साल की तुलना में इस साल 20 प्रतिशत लोगों का झुकाव ओल्ड यानी पुराने वाहन खरीदने की ओर था. ऑनलाइन खरीदारी की ओर रुख करने के संदर्भ में, यह पता चला कि 49 प्रतिशत लोगों ने डिजिटल रूप से वाहन खरीदने की इच्छा दिखाई, लेकिन अन्य 28 प्रतिशत ने वाहन को छूने और महसूस करने में असमर्थता को ऑनलाइन खरीदारी का विकल्प न चुनने का शीर्ष कारण बताया.

यह भी पढ़ें-एक छोटी सी चिप की कमी से हो रहा अरबों का नुकसान, ऑटोमोबाइल समेत कई सेक्टर परेशान

पीटीआई

नयी दिल्ली: कोविड-19 महामारी ने 80 प्रतिशत उपभोक्ताओं को चार पहिया वाहन खरीदने के अपने फैसले को टालना पड़ा है जबकि 82 प्रतिशत लोगों ने दोपहिया वाहन खरीदने की योजना टाली है. मोबिलिटी आउटलुक द्वारा किए गए सर्वे के अनुसार भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) की तरफ लोगों का झुकाव बढ़ा है साथ ही दोपहिया वाहन खरीदने के इच्छुक ग्राहकों में 40 प्रतिशत ग्राहकों ने इस साल ईवी खरीदने के इच्छा जतायी है. जब हम साल 2021 से तुलना करें तो लोगों का दोपहिया इलेक्ट्रिक वाहनों के प्रति लोगों का झुकाव बढ़ा है. लेकिन चार पहिया वाहनों के लिए यह संख्या सीमित है. कारट्रेड टेक के एक ब्रांड मोबिलिटी आउटलुक के सर्वेक्षण के अनुसार, उन्होंने 2,56, 351 लोगों से पूछताछ की जिसमें 33 प्रतिशत लोगों ने ही इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने की इच्छा जतायी है.

"इस वर्ष की रिपोर्ट के अनुसार, 80 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने चार पहिया वाहन खरीदने के अपने निर्णय को स्थगित कर दिया और 82 प्रतिशत ने COVID-19 के प्रभाव के बाद दोपहिया वाहन खरीदने के अपने निर्णय को स्थगित किया. हालांकि इस साल यानी 2022 में इसकी संख्या में थोड़ी वृद्धि देखी गई है. इसने आगे कहा कि चार पहिया वाहन पर प्रतिक्रिया देनेवालों में से 18 प्रतिशत लोगों ने वाहन खरीदते समय व्यक्तिगत बचत और लिक्विडिटी पर भरोसा कर रहे हैं. जबकि साल 2021 ऐसे लोगों की संख्या मात्र 14 प्रतिशत थी.

सर्वेक्षण - इंडियन ऑटोमोटिव कंज्यूमर कैनवस (IACC) 2022 इस साल 3-12 मार्च से आयोजित किया गया. इस दौरान यह देखने में आया कि दोपहिया वाहन के ग्राहकों में से 40 प्रतिशत लोग इस वर्ष EV खरीदने के इच्छुक जबकि 2021 में मात्र 37 प्रतिशत लोग ही इसको खरीदने के इच्छुक थे. इसी बीच चार पहिया इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने के इच्छुक उपभोक्ताओं के प्रतिशत में कोई बदलाव नहीं हुआ है. 33 प्रतिशत लोगों ने पिछले वर्ष की तरह ही इस वर्ष चार पहिया EV खरीदने के इच्छुक मिले.

रिपोर्ट के अनुसार, ग्राहक यह महसूस कर रहे हैं कि ईवीएस पारंपरिक वाहनों के साथ प्रतिस्पर्धा कर सकते हैं. हालांकि वे चार्जिंग संबंधित बुनियादी ढांचे की कमी को लेकर सबसे ज्यादा चिंतित थे. CarTrade Tech के CEO कंज्यूमर बिजनेस बनवारी लाल शर्मा ने कहा कि सर्वेक्षण पॉजिटिव भावना को दर्शाता है. हम देख सकते हैं कि लोग नए वाहन खरीदने के इच्छुक हैं लेकिन कई कारक हैं जो ग्राहकों के निर्णयों को प्रभावित कर रहे हैं."

हालांकि अब लोग वित्तीय समस्याओं से उबर रहे हैं. फिर भी 26 प्रतिशत ग्राहकों की प्राथमिकता लीजिंग, प्री-ओन्ड, सब्सक्रिप्शन मॉडल की तरफ थी. इलेक्ट्रिक वाहन उद्योगों को अपनी बिक्री बढ़ाने के लिए चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर पर ध्यान देने की जरूरत है. पिछले साल की तुलना में इस साल 20 प्रतिशत लोगों का झुकाव ओल्ड यानी पुराने वाहन खरीदने की ओर था. ऑनलाइन खरीदारी की ओर रुख करने के संदर्भ में, यह पता चला कि 49 प्रतिशत लोगों ने डिजिटल रूप से वाहन खरीदने की इच्छा दिखाई, लेकिन अन्य 28 प्रतिशत ने वाहन को छूने और महसूस करने में असमर्थता को ऑनलाइन खरीदारी का विकल्प न चुनने का शीर्ष कारण बताया.

यह भी पढ़ें-एक छोटी सी चिप की कमी से हो रहा अरबों का नुकसान, ऑटोमोबाइल समेत कई सेक्टर परेशान

पीटीआई

Last Updated : Mar 28, 2022, 2:13 PM IST
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