नई दिल्ली : साल 2023 में दुनिया की अर्थव्यवस्था कैसी रहेगी, इसको लेकर आईएमएफ ने अपनी रिपोर्ट जारी की है. रिपोर्ट में साल 2023 में एशिया- प्रशांत क्षेत्र में विकास दर 4.6 फीसदी रहने का अनुमान लगाया जा रहा है. जो इससे एक साल पहले 2022 में 3.8 फीसदी था. अंतराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की रिपोर्ट के अनुसार विकास दर में भारत और चीन का योगदान अहम होगा.
आईएमएफ की रिपोर्ट में कहा गया है कि एशिया और प्रशांत क्षेत्र 2023 में दुनिया के अन्य क्षेत्रों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन करेंगे. रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन और भारत इमर्जिंग यानी अभरते हुए बाजार है, इसलिए पूरे वैश्विक वृद्धि दर में इस साल इन देशों का योगदान 50 फीसदी (आधा) रहेगा. वहीं, अन्य एशिया- प्रशांत क्षेत्रों की भागीदारी 1/5 होगी. कोरोना के बाद से चीन रिकवरी मोड में है तो वहीं, भारत लचीली वृद्धि से संचालित होगी.
आईएमएफ की रिपोर्ट में बताया गया है कि साल 2023 वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए चुनौतियों से भरा हुआ है. मॉनिटरी पॉलिसी में लगातार बढ़ोतरी से विकास दर में गिरावट आ रही है. वहीं, रसिया- यूक्रेन युद्ध का प्रभाव आर्थिक गतिविधियों पर साफ तौर पर देखा जा सकता है. इसके अलावा अमेरिका और यूरोप में लागातार बढ़ती महंगाई और हाल के दिनों में आई बैंकिंग सकंट (Banking Crisis) 'पहले से जटिल अर्थव्यवस्था' के लिए और मुश्किलें खड़ी कर रहा है. सोमवार को अमेरिका का एक और बैंक फर्स्ट रिपब्लिक बैंक को जेपी मार्गन चेज ने अधिग्रहित कर लिया. इसी के साथ यह अमेरिका का तीसरा बैंक था जो डूब गया.
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