वाशिंगटन: दुनिया में सबसे तेजी से आगे बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था में भारत का नाम टॉप पर (India Fastest Growing Economy) है और लगभग सभी वैश्विक एजेंसियों ने भारत की बढ़ती अर्थव्यवस्था और देश में लगातार हो रहे विकास को सराहा है. इस बीच अब अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने भी भारत की खूब तारीफ की है. देश की बढ़ती अर्थव्यवस्था को खूब सराहा है. अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने सोमवार देर रात कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था चालू वित्त वर्ष और अगले वित्त वर्ष में 6.3 फीसदी की दर से बढ़ने का अनुमान है, जो मैक्रोइकॉनॉमिक और फाइनेंशियल स्टेबिलिटी के द्वारा समर्थित है.
भारत बहुत मजबूत दर से कर रहा विकास
IMF ने अपने अनुच्छेद IV परामर्श रिपोर्ट में कहा कि देश का डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर और एक मजबूत सरकारी इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोग्राम देश के विकास को बनाए रखेगा, जो देश के करेंट और मीडियम टर्म के आर्थिक दृष्टिकोण की समीक्षा करता है. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष में मिशन ऑफ इंडिया से जुड़ी नाडा चौएरी ने भाषा को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि पिछले कुछ समय से हम देख रहे हैं कि भारत बहुत मजबूत दर से वृद्धि कर रहा है. आप समकक्ष देशों को देखें और वास्तविक बढ़त की बात करें, तो भारत एक मिसाल पेश कर रहा है. यह सबसे तेजी से बढ़ते बड़े उभरते बाजारों में से एक है. हमारे मौजूदा अनुमानों के अनुसार, इस साल विश्व के विकास में इसका योगदान 16 प्रतिशत से ज्यादा रहेगा.
दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था
बता दें, आईएमएफ ने सोमवार को भारत के साथ अपना एनुअल आर्टिकल IV कंसल्टेशन जारी किया. इसके अनुसार, दक्षिण एशियाई देश विवेकपूर्ण व्यापक आर्थिक नीतियों के आधार पर इस साल दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में से एक बनने की राह पर है. चौएरी ने कहा कि फिर भी अर्थव्यवस्था को ग्लोबल एडवर्सिटी का सामना करना पड़ रहा है, जिसमें खंडित दुनिया में वैश्विक वृद्धि में मंदी भी शामिल है.
भारत की अर्थव्यवस्था की हो रही तारीफ
उन्होंने कहा कि बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर में इनवेस्ट करने और बढ़त के लिए ठोस आधार के वास्ते आवश्यक हर तरह की सुविधाएं विकसित करने के उद्देश्य पर सरकार की ओर से काफी जोर दिया जा रहा है. चौएरी ने कहा कि भारत की जनसंख्या काफी अधिक है और उसमें युवा खासी संख्या में हैं, इसलिए यदि संरचनात्मक सुधारों के माध्यम से इस क्षमता का इस्तेमाल किया जाता है तो इसमें, मजबूत दर से बढ़ने की क्षमता है. भारत की अर्थव्यवस्था वैश्विक वृद्धि का एक महत्वपूर्ण चालक बनने के लिए वैश्विक महामारी के बाद मजबूती से उभरी है.