नई दिल्ली : बाजार का रुझान यह है कि हाई वैलुएशन से गिरावट आएगी. लेकिन ये करेक्शन कब होगा, ये पता नहीं. जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी.के. विजयकुमार ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में वैश्विक स्तर पर बाजारों में गिरावट आ रही है और इसका कारण मुनाफावसूली है, जिसे समझा जा सकता है. गुरुवार को बीएसई सेंसेक्स 11 बज कर 20 मिनट तक 459 अंक ऊपर 71,816.43 पर है. एनटीपीसी में 4 फीसदी, बजाज फाइनेंस में 3 फीसदी से ज्यादा तेजी है. इंडसइंड बैंक और टाटा मोटर्स में 2 फीसदी से ज्यादा की तेजी है.
अच्छी रणनीति तय करने की जरूरत
बाजारों में जरूरत से ज्यादा प्रतिक्रिया देने की प्रवृत्ति होती है. शायद फेड के जवाब में अमेरिकी बाजार में उछाल कुछ ज्यादा ही हो गया था. उन्होंने कहा कि अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में मामूली वृद्धि अपेक्षित फेड रेट कटौती के समय के बारे में बाजार की चिंता का प्रतिबिंब है. उन्होंने कहा कि अब एक अच्छी रणनीति यह होगी कि कुछ पैसे अधिक वैलुएशन वाले मिड और स्मॉल-कैप से लेकर उच्च गुणवत्ता वाले लार्ज-कैप में लगाया जाए.
कई कंपनियों को किया जाएगा क्लासिफाईड
इस बीच बता दें, ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एएमएफआई) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार कई कंपनियों का क्लासिफिकेशन किया जाएगा. एएमएफआई के मुताबिक पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन (पीएफसी), आईआरएफसी और सात अन्य कंपनियों जैसी स्टेट-रन कंपनियों को उनके पहले के मिडकैप क्लासिफिकेशन से लार्जकैप कंपनियों के रूप में क्लासिफाईड किया जाएगा.
इनके अलावा जिन्हें लार्जकैप स्टॉक के रूप में क्लासिफाईड किया जाएगा उनमें मैक्रोटेक डेवलपर्स, पॉलीकैब, आरईसी, श्रीराम फाइनेंस, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, इंडियन ओवरसीज बैंक और हाल ही में सूचीबद्ध जियो फाइनेंशियल सर्विसेज को भी लार्जकैप स्टॉक के रूप में क्लासिफाईड किया जाएगा.