नई दिल्ली : अडाणी ग्रुप की कंपनी अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड ने अपनी मार्च तिमाही के नतीजे जारी किए हैं. हिंडनबर्ग रिपोर्ट के आरोप के 100 दिनों बाद कंपनी ने एक जबरदस्त कमबैक किया है. ग्रीन एनर्जी कंपनी के रेवेन्यू के दम पर 31 मार्च, 2023 को समाप्त तिमाही में कंपनी का कंसोलिडेटेड मुनाफा 319 फीसदी उछलकर 507 करोड़ रुपये पहुंच गया है. वहीं, इससे एक साल पहले समान अवधि में कंपनी का मुनाफा 121 करोड़ रुपये दर्ज किया गया था.
FY23 में फर्म ने रेवेन्यू, EBITDA और कैश प्रॉफिट में मजबूत वृद्धि के चलते 5,538 करोड़ रुपये का EBITDA दर्ज किया है. शुक्रवार को BSE पर अडाणी ग्रीन एनर्जी का शेयर 3.8 फीसदी बढ़कर 952 रुपये पर बंद हुआ था. Q4FY22 में अडाणी ग्रीन की कुल इनकम 1,587 करोड़ रुपये की तुलना में Q4FY23 में 88 फीसदी बढ़कर 2,988 करोड़ रुपये हो गई है. इसके पीछे कंपनी में जोड़े गए 2,676 मेगावाट रिन्यूबल कैपिसिटी शामिल है. इसके साथ ही कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि FY23 में एनर्जी की बिक्री में 58 फीसदी बढ़कर 14,880 मिलियन यूनिट हो गई है.
क्या कहा गौतम अडाणी ने...अडाणी ग्रुप के चेयरमैन Gautam Adani ने कहा कि हमारे मजबूत वित्तीय प्रदर्शन से प्रमाणित हमारे व्यापार मॉडल ने फ्लेक्सिबल प्रदर्शन किया है. हम ग्रीन एनर्जी के सेक्टर में आगे हैं. हमने एफीसिएंसी, प्रदर्शन और कैपेसिटी ग्रोथ में नए इंडस्ट्रीज स्टैंडर्ड स्थापित किए हैं. उन्होंने अपनी ग्रीन एनर्जी की टीम के कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि हमारे टीम के अथक प्रयासों के कारण ही हमने इस साल 2,676 मेगावाट की रिन्यूबल एसेट में बड़े पैमाने पर ग्रीनफील्ड क्षमता जोड़ी है. हमें गर्व है कि हम भारत में बड़े पैमाने पर रिएन्यूबल एनर्जी अपनाने की दिशा में नेतृत्व करने में सक्षम है और देश के सतत विकास लक्ष्यों को पाने में मदद कर रहे हैं.
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