मुंबई: कोरोना के कहर से गुरुवार को दलाल स्ट्रीट पर फिर कोहराम मच गया. विदेशी बाजारों से मिले निराशाजनक संकेतों से बढ़े बिकवाली के भारी दबाव में सेंसेक्स 2500 अंकों से ज्यादा लुढ़ककर 33,800 के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे आ गया. निफ्टी भी 9,900 के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे बना हुआ था.
कोरोना के कहर और कच्चे तेल में गिरावट के कारण बने निराशाजनक माहौल में शेयर बाजार में बिकवाली का भारी दबाव बना हुआ था. शेयर बाजार में आई गिरावट और विदेशी निवेशकों की बिकवाली के कारण डॉलर के मुकाबले रुपया भी कमजोर हुआ.
ये भी पढ़ें- जानिए भारत के व्यापार पर कोरोना वायरस का प्रभाव
सुबह 12 बजे बंबई स्टॉक एक्सचेंज के 30 शेयरों पर आधारित प्रमुख संवेदी सूचकांक सेंसेक्स पिछले सत्र से 2,516.79 अंकों की गिरावट के साथ 33,180.61 पर आ गया. कारोबार के आरंभ में सेंसेक्स पिछले सत्र के मुकाबले 1,224.90 अंकों की गिरावट के साथ 34,472.50 पर खुला था.
वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के 50 शेयरों पर आधारित प्रमुख संवेदी सूचकांक निफ्टी पिछले सत्र के मुकाबले 749.60 अंकों यानी 7.17 फीसदी की गिरावट के साथ 9,708.80 पर बना हुआ था जबकि इससे पहले निफ्टी 583.35 अंक टूटकर 9,875.05 पर आ गया. कारोबार के आरंभ में निफ्टी 10,039.95 पर खुला और 10,040.75 तक चढ़ा.
बाजार के जानकारों ने बताया कि कोरोनावायरस का प्रकोप दुनियाभर में गहराने और इससे निपटने के लिए उठाए जा रहे एहतियाती कदमों से बाजार में घबराहट का माहौल बना हुआ है. कोरोना का कहर और अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल में गिरावट के कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था पर मंदी की आशंका बनी हुई है, जिसके चलते बिकवाली का दबाव बना हुआ है.
डॉलर के मुकाबले रुपया गुरुवार पिछले सत्र से 61 पैसे फिसलकर 74.25 रुपये प्रति डॉलर पर खुला. रुपया बीते सत्र में मजबूती के साथ 73.64 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ था. हालांकि, बाद में देसी करेंसी में पिछले सत्र के मुकाबले 74.12 रुपये प्रति डॉलर पर कारोबार चल रहा था.
बता दें कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कोरोनावायरस को विश्वव्यापी महामारी घोषित किया है.
(आईएएनएस)