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चीनी मिलों को अब तक 20 लाख टन चीनी निर्यात का अनुबंध मिला

इंडियन सुगर मिल्स एसोसिएशन (आईएसएमए) के महानिदेशक अविनाश वर्मा ने कहा कि कुल अनुबंध में से आठ-दस लाख पहले ही दूसरे देशों के लिए भेजा जा चुका है.

इंडियन सुगर मिल्स एसोसिएशन
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Published : Feb 27, 2019, 7:17 PM IST

नई दिल्ली: भारतीय चीनी मिलों को सितंबर में समाप्त हो रहे विपणन वर्ष में 18-20 लाख टन चीनी के निर्यात का अनुबंध मिला है. हालांकि केंद्र सरकार ने इस साल चीनी निर्यात के लिए न्यूनतम 50 लाख टन की सीमा तय की है.

इंडियन सुगर मिल्स एसोसिएशन (आईएसएमए) के महानिदेशक अविनाश वर्मा ने कहा कि कुल अनुबंध में से आठ-दस लाख पहले ही दूसरे देशों के लिए भेजा जा चुका है. उन्होंने कहा, "करीब 18-20 लाख टन चीनी (अधिकांश कच्ची चीनी) के निर्यात के अनुबंध के लिए मिलों से संपर्क किया गया है. श्रीलंका, बांग्लादेश, पश्चिम एशिया और कुछ अन्य अफ्रीकी देश हमारे पारंपरिक निर्यात बाजार हैं."

ये भी पढ़ें-आरबीआई ने ई-वॉलिट कंपनियों को केवाईसी के लिए दी 6 महीने की मोहलत

वर्मा से पूछा गया कि क्या मिलों को ईरान को चीनी के निर्यात के लिए अनुबंध मिला है, तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. इंडियन सुगर एक्जिम कॉरपोरेशन लिमिटेड (आईएसईसी) के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ अधीर झा ने कहा कि उसने चीनी मिलों की तरफ से अब तक दो लाख टन चीनी का निर्यात किया है. उन्होंने कहा कि ईरान को चीनी के निर्यात की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं.

(भाषा)

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नई दिल्ली: भारतीय चीनी मिलों को सितंबर में समाप्त हो रहे विपणन वर्ष में 18-20 लाख टन चीनी के निर्यात का अनुबंध मिला है. हालांकि केंद्र सरकार ने इस साल चीनी निर्यात के लिए न्यूनतम 50 लाख टन की सीमा तय की है.

इंडियन सुगर मिल्स एसोसिएशन (आईएसएमए) के महानिदेशक अविनाश वर्मा ने कहा कि कुल अनुबंध में से आठ-दस लाख पहले ही दूसरे देशों के लिए भेजा जा चुका है. उन्होंने कहा, "करीब 18-20 लाख टन चीनी (अधिकांश कच्ची चीनी) के निर्यात के अनुबंध के लिए मिलों से संपर्क किया गया है. श्रीलंका, बांग्लादेश, पश्चिम एशिया और कुछ अन्य अफ्रीकी देश हमारे पारंपरिक निर्यात बाजार हैं."

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वर्मा से पूछा गया कि क्या मिलों को ईरान को चीनी के निर्यात के लिए अनुबंध मिला है, तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. इंडियन सुगर एक्जिम कॉरपोरेशन लिमिटेड (आईएसईसी) के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ अधीर झा ने कहा कि उसने चीनी मिलों की तरफ से अब तक दो लाख टन चीनी का निर्यात किया है. उन्होंने कहा कि ईरान को चीनी के निर्यात की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं.

(भाषा)

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चीनी मिलों को अब तक 20 लाख टन चीनी निर्यात का अनुबंध मिला

नई दिल्ली: भारतीय चीनी मिलों को सितंबर में समाप्त हो रहे विपणन वर्ष में 18-20 लाख टन चीनी के निर्यात का अनुबंध मिला है. हालांकि केंद्र सरकार ने इस साल चीनी निर्यात के लिए न्यूनतम 50 लाख टन की सीमा तय की है. 

इंडियन सुगर मिल्स एसोसिएशन (आईएसएमए) के महानिदेशक अविनाश वर्मा ने कहा कि कुल अनुबंध में से आठ-दस लाख पहले ही दूसरे देशों के लिए भेजा जा चुका है. उन्होंने कहा, "करीब 18-20 लाख टन चीनी (अधिकांश कच्ची चीनी) के निर्यात के अनुबंध के लिए मिलों से संपर्क किया गया है. श्रीलंका, बांग्लादेश, पश्चिम एशिया और कुछ अन्य अफ्रीकी देश हमारे पारंपरिक निर्यात बाजार हैं." 

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(भाषा) 


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