मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "मर्स्क लाइन वाराणसी से कोलकाता के लिए गंगा (राष्ट्रीय जलमार्ग -1) पर 16 कंटेनरों को स्थानांतरित करेगी. फर्म पहली बार भारत के अंतर्देशीय जलमार्ग पर चल रही है."
12 नवंबर, 2018 को, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में गंगा (राष्ट्रीय जलमार्ग -1) पर भारत का पहला नदीम बहु-आयामी टर्मिनल राष्ट्र को समर्पित किया.
मंत्रालय ने कहा कि सरकार हल्दिया से वाराणसी तक 5,369 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत पर विश्व बैंक की तकनीकी और वित्तीय सहायता से एनडब्ल्यू -1 का विकास कर रही है.
इससे पहले पेप्सिको, इमामी एग्रोटेक, इफको फर्टिलाइजर्स, डाबर इंडिया जैसी कंपनियों ने गंगा नदी पर अपने कंटेनरों को स्थानांतरित किया था.
(पीटीआई से इनपुट)
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