नई दिल्ली: नकदी संकट से जूझ रही दीवान हाउसिंग फाइनेंस कॉरपोरेशन लिमिटेड (डीएचएफएल) ने परिपक्वता अवधि से पहले जमा राशि की निकासी और नयी जमा राशि को स्वीकार करने पर रोक लगा दी है.
कंपनी ने देनदारी निपटान व्यवस्था के पुनर्गठन के अपने प्रयासों के तहत यह कदम उठाया है. सूत्रों ने बताया, "हमारे सावधि जमा कार्यक्रम की गुणवत्ता में हालिया संशोधन को देखते हुए सभी नयी जमा एवं नवीनीकरण को तत्काल प्रभाव से रोक दिया गया है."
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उसने कहा, "देनदारी प्रबंधन को नये सिरे से पुनर्गठित करने के लिए परिपक्वता अवधि से पहले जमा राशि की निकासी पर भी रोक लगा दी गयी है. यह पूरी तरह राष्ट्रीय आवास बैंक (एनएचबी) के नियमों के अनुरूप है."
राष्ट्रीय आवास बैंक के नियमों के मुताबिक निवेश ग्रेड की रेटिंग नहीं होने पर कंपनी नकदी स्वीकार नहीं कर सकते हैं. सूत्र के मुताबिक चिकित्सकीय एवं वित्तीय आपात स्थिति में ग्राहक अगर वैध दस्तावेज उपलब्ध कराते हैं तो कंपनी परिपक्वता अवधि से पहले भी निकासी के आवेदन पर विचार कर सकती है.
बीएसई में डीएचएफएल के शेयर बुधवार को 9.85 प्रतिशत लुढ़ककर 117.10 रुपये पर पहुंच गए. सूत्र ने बताया कि कंपनी ने सितंबर से अब तक 30,000 करोड़ रुपये की देनदारी का भुगतान किया है. इससे पहले दस मई को डीएचएफएल की साख को लेकर लग रही अटकलों को खारिज करते हुए कंपनी ने उसे अनावश्यक बताया था.