मुंबई: मनपसंद बेवरेजेज के प्रबंधन निदेशक (एमडी) और मुख्य वित्तीय अधिकारी (सीएफओ) की गिरफ्तारी के बाद बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर कंपनी के शेयरों के भाव लुढ़क गए और इसमें निचला सर्किट लगा.
मनपसंद के एमडी और सीएफओ पर वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) में धोखाधड़ी करने का आरोप है.
मनपसंद का शेयर सोमवार को 20 फीसदी के निचले सर्किट की सीमा तक लुढ़क गया, जिसके बाद इसमें कारोबार रोक दिया गया. कंपनी के शेयर का भाव पिछले सत्र के मुकाबले 22 रुपये यानी 20 फीसदी लुढ़ककर 88 रुपये प्रति शेयर पर आ गया.
ये भी पढ़ें- बीएसएनएल कर्मचारियों को समय पर मिलेगा मई का वेतन: चेयरमैन
एक्सचेंज पर किसी शेयर में निचला या ऊपरी सर्किट लगने के बाद कारोबार रोक दिया जाता है.
यह पहला अवसर नहीं है, जब कंपनी के शेयर में निचला सर्किट लगा है. इससे पहले भी कंपनी की लेखा परीक्षा करने वाली कंपनी डेलॉयट हस्किंस और सेल्स इंडिया ने पारदर्शिता के मसलों को लेकर लेखापरीक्षा छोड़ी थी, तब भी कंपनी का शेयर 20 फीसदी लुढ़का था.
कंपनी ने शनिवार को बताया कि उसके गैर-कार्यकारी निदेशक विशाल सूद ने इस्तीफा दे दिया है.
रेग्यूलेटरी फाइलिंग में कंपनी ने कहा कि उनका इस्तीफा मुख्य रूप से जीएसटी विभाग की ओर से ली गई तलाशी के कारण हुआ है.
कंपनी ने कहा, "पूर्णकालिक निदेशक अभिषेक सिंह, सीएफओ परेश ठक्कर और (सिंह के भाई) हर्षवर्धन सिंह 24 मई से न्यायिक हिरासत में हैं."
मनपसंद के एमडी, सीएफओ की गिरफ्तारी बाद शेयर लुढ़का
मनपसंद का शेयर सोमवार को 20 फीसदी के निचले सर्किट की सीमा तक लुढ़क गया, जिसके बाद इसमें कारोबार रोक दिया गया. कंपनी के शेयर का भाव पिछले सत्र के मुकाबले 22 रुपये यानी 20 फीसदी लुढ़ककर 88 रुपये प्रति शेयर पर आ गया.
मुंबई: मनपसंद बेवरेजेज के प्रबंधन निदेशक (एमडी) और मुख्य वित्तीय अधिकारी (सीएफओ) की गिरफ्तारी के बाद बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर कंपनी के शेयरों के भाव लुढ़क गए और इसमें निचला सर्किट लगा.
मनपसंद के एमडी और सीएफओ पर वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) में धोखाधड़ी करने का आरोप है.
मनपसंद का शेयर सोमवार को 20 फीसदी के निचले सर्किट की सीमा तक लुढ़क गया, जिसके बाद इसमें कारोबार रोक दिया गया. कंपनी के शेयर का भाव पिछले सत्र के मुकाबले 22 रुपये यानी 20 फीसदी लुढ़ककर 88 रुपये प्रति शेयर पर आ गया.
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एक्सचेंज पर किसी शेयर में निचला या ऊपरी सर्किट लगने के बाद कारोबार रोक दिया जाता है.
यह पहला अवसर नहीं है, जब कंपनी के शेयर में निचला सर्किट लगा है. इससे पहले भी कंपनी की लेखा परीक्षा करने वाली कंपनी डेलॉयट हस्किंस और सेल्स इंडिया ने पारदर्शिता के मसलों को लेकर लेखापरीक्षा छोड़ी थी, तब भी कंपनी का शेयर 20 फीसदी लुढ़का था.
कंपनी ने शनिवार को बताया कि उसके गैर-कार्यकारी निदेशक विशाल सूद ने इस्तीफा दे दिया है.
रेग्यूलेटरी फाइलिंग में कंपनी ने कहा कि उनका इस्तीफा मुख्य रूप से जीएसटी विभाग की ओर से ली गई तलाशी के कारण हुआ है.
कंपनी ने कहा, "पूर्णकालिक निदेशक अभिषेक सिंह, सीएफओ परेश ठक्कर और (सिंह के भाई) हर्षवर्धन सिंह 24 मई से न्यायिक हिरासत में हैं."
मनपसंद के एमडी, सीएफओ की गिरफ्तारी बाद शेयर लुढ़का
मुंबई: मनपसंद बेवरेजेज के प्रबंधन निदेशक (एमडी) और मुख्य वित्तीय अधिकारी (सीएफओ) की गिरफ्तारी के बाद बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर कंपनी के शेयरों के भाव लुढ़क गए और इसमें निचला सर्किट लगा.
मनपसंद के एमडी और सीएफओ पर वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) में धोखाधड़ी करने का आरोप है.
मनपसंद का शेयर सोमवार को 20 फीसदी के निचले सर्किट की सीमा तक लुढ़क गया, जिसके बाद इसमें कारोबार रोक दिया गया. कंपनी के शेयर का भाव पिछले सत्र के मुकाबले 22 रुपये यानी 20 फीसदी लुढ़ककर 88 रुपये प्रति शेयर पर आ गया.
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यह पहला अवसर नहीं है, जब कंपनी के शेयर में निचला सर्किट लगा है. इससे पहले भी कंपनी की लेखा परीक्षा करने वाली कंपनी डेलॉयट हस्किंस और सेल्स इंडिया ने पारदर्शिता के मसलों को लेकर लेखापरीक्षा छोड़ी थी, तब भी कंपनी का शेयर 20 फीसदी लुढ़का था.
कंपनी ने शनिवार को बताया कि उसके गैर-कार्यकारी निदेशक विशाल सूद ने इस्तीफा दे दिया है.
रेग्यूलेटरी फाइलिंग में कंपनी ने कहा कि उनका इस्तीफा मुख्य रूप से जीएसटी विभाग की ओर से ली गई तलाशी के कारण हुआ है.
कंपनी ने कहा, "पूर्णकालिक निदेशक अभिषेक सिंह, सीएफओ परेश ठक्कर और (सिंह के भाई) हर्षवर्धन सिंह 24 मई से न्यायिक हिरासत में हैं."
Conclusion: