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अप्रैल से जून के दौरान सोने का आयात 35.5 प्रतिशत बढ़ा

सोने के आयात का देश के चालू खाते के घाटे पर सीधा असर होता है. चालू खाते का घाटा 2018-19 में बढ़कर सकल घरेलू उत्पाद के 2.1 प्रतिशत यानी 57.2 अरब डॉलर पर रहा. 2017-18 में यह जीडीपी के 1.8 प्रतिशत (48.7 अरब डॉलर) पर था.

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Published : Aug 13, 2019, 12:24 PM IST

Updated : Sep 26, 2019, 8:38 PM IST

अप्रैल से जून के दौरान सोने का आयात 35.5 प्रतिशत बढ़ा

नई दिल्ली: देश का सोना आयात चालू वित्त वर्ष की अप्रैल - जून तिमाही में 35.5 प्रतिशत बढ़कर 11.45 अरब डॉलर (करीब 80,000 करोड़ रुपये) हो गया. 2018-19 की इसी अवधि में 8.45 अरब डॉलर (करीब 59,000 करोड़ रुपये) का सोना आयात किया गया था. वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों से यह जानकारी हुई.

सोने के आयात का देश के चालू खाते के घाटे (कैड) पर सीधा असर होता है. चालू खाते का घाटा 2018-19 में बढ़कर सकल घरेलू उत्पाद के 2.1 प्रतिशत यानी 57.2 अरब डॉलर पर रहा. 2017-18 में यह जीडीपी के 1.8 प्रतिशत (48.7 अरब डॉलर) पर था.

ये भी पढ़ें- रिलायंस बनी देश में सबसे ज्यादा जीएसटी और टैक्स देने वाली कंपनी

सोने के आयात में वृद्घि से देश का व्यापार घाटा भी 2019-20 की अप्रैल-जून तिमाही में मामूली बढ़कर 45.96 अरब डॉलर पर पहुंच गया. पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में व्यापार घाटा 44.94 अरब डॉलर था.

इस साल फरवरी को छोड़कर शेष महीनों में स्वर्ण आयात में दहाई अंक की वृद्धि दर्ज की गई है. भारत सोना का सबसे बड़ा आयातक देश है. उद्योग विशेषज्ञों के मुताबिक, अधिक शुल्क के चलते कारोबारी अपनी विनिर्माण इकाइयों को पड़ोसी देशों में ले जा सकते हैं.

रत्न एवं आभूषण निर्यात संवर्धन परिषद ने आयात शुल्क में वृद्धि को लेकर निराशा जताई है. पिछले वित्त वर्ष में रत्न एवं आभूषण निर्यात 5.32 प्रतिशत गिरकर 30.96 अरब डॉलर रहा.

नई दिल्ली: देश का सोना आयात चालू वित्त वर्ष की अप्रैल - जून तिमाही में 35.5 प्रतिशत बढ़कर 11.45 अरब डॉलर (करीब 80,000 करोड़ रुपये) हो गया. 2018-19 की इसी अवधि में 8.45 अरब डॉलर (करीब 59,000 करोड़ रुपये) का सोना आयात किया गया था. वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों से यह जानकारी हुई.

सोने के आयात का देश के चालू खाते के घाटे (कैड) पर सीधा असर होता है. चालू खाते का घाटा 2018-19 में बढ़कर सकल घरेलू उत्पाद के 2.1 प्रतिशत यानी 57.2 अरब डॉलर पर रहा. 2017-18 में यह जीडीपी के 1.8 प्रतिशत (48.7 अरब डॉलर) पर था.

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सोने के आयात में वृद्घि से देश का व्यापार घाटा भी 2019-20 की अप्रैल-जून तिमाही में मामूली बढ़कर 45.96 अरब डॉलर पर पहुंच गया. पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में व्यापार घाटा 44.94 अरब डॉलर था.

इस साल फरवरी को छोड़कर शेष महीनों में स्वर्ण आयात में दहाई अंक की वृद्धि दर्ज की गई है. भारत सोना का सबसे बड़ा आयातक देश है. उद्योग विशेषज्ञों के मुताबिक, अधिक शुल्क के चलते कारोबारी अपनी विनिर्माण इकाइयों को पड़ोसी देशों में ले जा सकते हैं.

रत्न एवं आभूषण निर्यात संवर्धन परिषद ने आयात शुल्क में वृद्धि को लेकर निराशा जताई है. पिछले वित्त वर्ष में रत्न एवं आभूषण निर्यात 5.32 प्रतिशत गिरकर 30.96 अरब डॉलर रहा.

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अप्रैल से जून के दौरान सोने का आयात 35.5 प्रतिशत बढ़ा

नई दिल्ली: देश का सोना आयात चालू वित्त वर्ष की अप्रैल - जून तिमाही में 35.5 प्रतिशत बढ़कर 11.45 अरब डॉलर (करीब 80,000 करोड़ रुपये) हो गया. 2018-19 की इसी अवधि में 8.45 अरब डॉलर (करीब 59,000 करोड़ रुपये) का सोना आयात किया गया था. वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों से यह जानकारी हुई. 

सोने के आयात का देश के चालू खाते के घाटे (कैड) पर सीधा असर होता है. चालू खाते का घाटा 2018-19 में बढ़कर सकल घरेलू उत्पाद के 2.1 प्रतिशत यानी 57.2 अरब डॉलर पर रहा. 2017-18 में यह जीडीपी के 1.8 प्रतिशत (48.7 अरब डॉलर) पर था. 

सोने के आयात में वृद्घि से देश का व्यापार घाटा भी 2019-20 की अप्रैल - जून तिमाही में मामूली बढ़कर 45.96 अरब डॉलर पर पहुंच गया. पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में व्यापार घाटा 44.94 अरब डॉलर था. 

इस साल फरवरी को छोड़कर शेष महीनों में स्वर्ण आयात में दहाई अंक की वृद्धि दर्ज की गई है. भारत सोना का सबसे बड़ा आयातक देश है. 

उद्योग विशेषज्ञों के मुताबिक, अधिक शुल्क के चलते कारोबारी अपनी विनिर्माण इकाइयों को पड़ोसी देशों में ले जा सकते हैं. 

रत्न एवं आभूषण निर्यात संवर्धन परिषद ने आयात शुल्क में वृद्धि को लेकर निराशा जताई है. 

पिछले वित्त वर्ष में रत्न एवं आभूषण निर्यात 5.32 प्रतिशत गिरकर 30.96 अरब डॉलर रहा. 


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Last Updated : Sep 26, 2019, 8:38 PM IST
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