मुंबई : कोरोना वायरस महामारी प्राथमिक और द्वितीयक पूंजी बाजारों को प्रभावित करने में विफल साबित हुई. इस साल में अब तक शेयर निर्गमों से सबसे ज्यादा पूंजी जुटाई गई.
आरंभिक सार्वजनिक निर्गम, बिक्री पेशकश (ओएफएस) और अन्य निर्गमों से जुटाई गई पूंजी वर्ष के दौरान 116 प्रतिशत बढ़कर 1.78 लाख करोड़ रुपये रही. एक रिपोर्ट में यह बात सामने आई है.
प्राइम डेटाबेस के प्रबंध निदेशक प्रणव हल्दिया के मुताबिक, पूरे 2020 में महामारी की छाया बने रहने के बावजूद, सार्वजनिक शेयर बाजारों के जरिये 1,77,468 करोड़ रुपये की पूंजी जुटाई गई, जो कि अब तक उच्च स्तर है. साल 2019 के 82,241 करोड़ रुपये के मुकाबले यह 116 प्रतिशत अधिक है.
इससे पहले, 2017 में सबसे ज्यादा 1,60,032 करोड़ रुपये जुटाए गए थे. उन्होंने कहा कि आईपीओ में मजबूत खुदरा भागीदारी, सूचीबद्धता से भारी लाभ और पात्र संस्थागत नियोजनों (क्यूआईपी) एवं इनविट/राइट से जुटाई गई अब तक सबसे ऊंची राशि इस साल प्रमुख रहे.
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रिपोर्ट में कहा गया है कि आईपीओ से 26,770 करोड़ रुपये जुटाये गये, जो कि 2019 की तुलना में 40 प्रतिशत अधिक है, इसके बाद एफपीओ से 15,024 करोड़, ओएसएस (शेयरों की बिक्री पेशकश) से 21,458 करोड़ रुपये और क्यूआईपी/इनविट/राइट से 84,501 करोड़ रुपये जुटाये गये.
रिपोर्ट के मुताबिक, बांड जारी करके जुटाये गये 7,485 करोड़ रुपये को शामिल करने पर कुल जुटाई गई पूंजी 1,84,953 पर पहुंच गई.