नई दिल्ली: विदेशी निवेशकों ने भारतीय पूंजी बाजार से इस महीने में अब तक कुल 4,193 करोड़ रुपये की निकासी की है. हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि सरकार की ओर से किए गए उपायों से इस रुख में बदलाव की उम्मीद है.
केंद्र ने शुक्रवार को कॉरपोरेट कर की दरों में करीब 10 प्रतिशत की कटौती है और कहा कि विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) के लिये डेरिवेटिव समेत प्रतिभूतियों की बिक्री से होने वाले पूंजीगत लाभ पर बढ़ा हुआ अधिभार लागू नहीं होगा.
डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने 3-20 सितंबर के बीच शेयर बाजारों से शुद्ध रूप से 5,577.99 करोड़ रुपये निकाले जबकि बांड या ऋण बाजार में 1,384.81 करोड़ रुपये का निवेश किया.
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इस प्रकार, उन्होंने घरेलू पूंजी बाजार (शेयर एवं बॉंड बाजार) से शुद्ध रूप से 4,193.18 करोड़ रुपये की निकासी की. इससे पहले, एफपीआई ने अगस्त में पूंजी बाजार से 5,920.02 करोड़ रुपये और जुलाई में 2,985.88 करोड़ रुपये निकाले थे.
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी विजय चंडोक ने कहा, "सरकार की ओर से किए गए उपाय निवेश की सुस्त दर को बढ़ाने में मदद करेंगे. इससे कंपनियों की आय बढ़ेगी. उनके द्वारा इसका कुछ लाभ ग्राहकों को देने से मांग में भी सुधार होगा और देश में एफपीआई का निवेश बढ़ेगा."