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चीनी वस्तुओं पर और टैरिफ लगा ट्रंप ने व्यापार युद्ध को आगे बढ़ाया

अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि रॉबर्ट लाइटहाइजर और ट्रेजरी सेक्रेटरी स्टीवन मनुचिन के नेतृत्व में एक टीम ने शंघाई में मंगलवार और बुधवार को वाइस प्रीमियर लियू ही की अगुवाई वाले एक उच्चस्तरीय चीनी प्रतिनिधिमंडल के साथ बातचीत की, जिसके बाद ट्रंप की यह घोषणा सामने आई है.

चीनी वस्तुओं पर और टैरिफ लगा ट्रंप ने व्यापार युद्ध को आगे बढ़ाया
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Published : Aug 2, 2019, 11:17 PM IST

वॉशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि वह 300 अरब डॉलर के चीनी आयात सामानों पर नए 10 फीसदी टैरिफ (आयात शुल्क) लगाएंगे, जो एक सितंबर से प्रभावी होगा. इस फैसले ने दोनों देशों के बीच व्यापारिक युद्ध को और बढ़ावा दे दिया है.

ट्रंप ने गुरुवार को ट्वीट किया, "हमारे प्रतिनिधि अभी चीन से लौटे हैं. वहां उन्होंने भविष्य के एक व्यापार सौदे के संबंध में रचनात्मक वार्ता की थी. हमने सोचा था कि हमने तीन महीने पहले चीन के साथ एक सौदा कर लिया, लेकिन दुख की बात है कि चीन ने हस्ताक्षर करने से पहले सौदे पर फिर से बातचीत करने का फैसला किया."

राष्ट्रपति ने लिखा, "व्यापार वार्ता जारी है और वार्ता के दौरान अमेरिका 1 सितंबर को शेष 300 अरब डॉलर के माल और उत्पादों पर 10 प्रतिशत का एक छोटा अतिरिक्त शुल्क चीन से आने वाली वस्तुओं पर लगाएगा. इसमें 250 अरब डॉलर के सामानों पर पहले ही लगाया गया टैरिफ शामिल नहीं है."

ये भी पढ़े: ट्रंप ने चीन के 300 अरब डॉलर के सामानों पर 10 प्रतिशत अतिरिक्त कर लगाने की घोषणा की

नए टैरिफ प्रभावी रूप से सभी चीनी आयातों पर कर लगाएंगे. स्मार्टफोन से कपड़ों तक के इसके जद में आने की संभावना है.

अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि रॉबर्ट लाइटहाइजर और ट्रेजरी सेक्रेटरी स्टीवन मनुचिन के नेतृत्व में एक टीम ने शंघाई में मंगलवार और बुधवार को वाइस प्रीमियर लियू ही की अगुवाई वाले एक उच्चस्तरीय चीनी प्रतिनिधिमंडल के साथ बातचीत की, जिसके बाद ट्रंप की यह घोषणा सामने आई है.

व्हाइट हाउस ने कहा कि व्यापार वार्ता के नवीनतम दौर में समझौता नहीं हुआ, लेकिन वार्ता सकारात्मक रही.

बीबीसी के मुताबिक, शुक्रवार को चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने अतिरिक्त टैरिफ लगाने के ट्रंप के फैसले की आलोचना की.

वांग ने बैंकॉक में दक्षिण पूर्व एशियाई मंत्रियों की बैठक से इतर कहा कि अतिरिक्त टैरिफ लगाना निश्चित रूप से आर्थिक और व्यापार टकराव को हल करने का एक रचनात्मक तरीका नहीं है, यह सही तरीका नहीं है.

वॉशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि वह 300 अरब डॉलर के चीनी आयात सामानों पर नए 10 फीसदी टैरिफ (आयात शुल्क) लगाएंगे, जो एक सितंबर से प्रभावी होगा. इस फैसले ने दोनों देशों के बीच व्यापारिक युद्ध को और बढ़ावा दे दिया है.

ट्रंप ने गुरुवार को ट्वीट किया, "हमारे प्रतिनिधि अभी चीन से लौटे हैं. वहां उन्होंने भविष्य के एक व्यापार सौदे के संबंध में रचनात्मक वार्ता की थी. हमने सोचा था कि हमने तीन महीने पहले चीन के साथ एक सौदा कर लिया, लेकिन दुख की बात है कि चीन ने हस्ताक्षर करने से पहले सौदे पर फिर से बातचीत करने का फैसला किया."

राष्ट्रपति ने लिखा, "व्यापार वार्ता जारी है और वार्ता के दौरान अमेरिका 1 सितंबर को शेष 300 अरब डॉलर के माल और उत्पादों पर 10 प्रतिशत का एक छोटा अतिरिक्त शुल्क चीन से आने वाली वस्तुओं पर लगाएगा. इसमें 250 अरब डॉलर के सामानों पर पहले ही लगाया गया टैरिफ शामिल नहीं है."

ये भी पढ़े: ट्रंप ने चीन के 300 अरब डॉलर के सामानों पर 10 प्रतिशत अतिरिक्त कर लगाने की घोषणा की

नए टैरिफ प्रभावी रूप से सभी चीनी आयातों पर कर लगाएंगे. स्मार्टफोन से कपड़ों तक के इसके जद में आने की संभावना है.

अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि रॉबर्ट लाइटहाइजर और ट्रेजरी सेक्रेटरी स्टीवन मनुचिन के नेतृत्व में एक टीम ने शंघाई में मंगलवार और बुधवार को वाइस प्रीमियर लियू ही की अगुवाई वाले एक उच्चस्तरीय चीनी प्रतिनिधिमंडल के साथ बातचीत की, जिसके बाद ट्रंप की यह घोषणा सामने आई है.

व्हाइट हाउस ने कहा कि व्यापार वार्ता के नवीनतम दौर में समझौता नहीं हुआ, लेकिन वार्ता सकारात्मक रही.

बीबीसी के मुताबिक, शुक्रवार को चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने अतिरिक्त टैरिफ लगाने के ट्रंप के फैसले की आलोचना की.

वांग ने बैंकॉक में दक्षिण पूर्व एशियाई मंत्रियों की बैठक से इतर कहा कि अतिरिक्त टैरिफ लगाना निश्चित रूप से आर्थिक और व्यापार टकराव को हल करने का एक रचनात्मक तरीका नहीं है, यह सही तरीका नहीं है.

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वॉशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि वह 300 अरब डॉलर के चीनी आयात सामानों पर नए 10 फीसदी टैरिफ (आयात शुल्क) लगाएंगे, जो एक सितंबर से प्रभावी होगा. इस फैसले ने दोनों देशों के बीच व्यापारिक युद्ध को और बढ़ावा दे दिया है.

ट्रंप ने गुरुवार को ट्वीट किया, "हमारे प्रतिनिधि अभी चीन से लौटे हैं. वहां उन्होंने भविष्य के एक व्यापार सौदे के संबंध में रचनात्मक वार्ता की थी. हमने सोचा था कि हमने तीन महीने पहले चीन के साथ एक सौदा कर लिया, लेकिन दुख की बात है कि चीन ने हस्ताक्षर करने से पहले सौदे पर फिर से बातचीत करने का फैसला किया."

राष्ट्रपति ने लिखा, "व्यापार वार्ता जारी है और वार्ता के दौरान अमेरिका 1 सितंबर को शेष 300 अरब डॉलर के माल और उत्पादों पर 10 प्रतिशत का एक छोटा अतिरिक्त शुल्क चीन से आने वाली वस्तुओं पर लगाएगा. इसमें 250 अरब डॉलर के सामानों पर पहले ही लगाया गया टैरिफ शामिल नहीं है."

नए टैरिफ प्रभावी रूप से सभी चीनी आयातों पर कर लगाएंगे. स्मार्टफोन से कपड़ों तक के इसके जद में आने की संभावना है.

अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि रॉबर्ट लाइटहाइजर और ट्रेजरी सेक्रेटरी स्टीवन मनुचिन के नेतृत्व में एक टीम ने शंघाई में मंगलवार और बुधवार को वाइस प्रीमियर लियू ही की अगुवाई वाले एक उच्चस्तरीय चीनी प्रतिनिधिमंडल के साथ बातचीत की, जिसके बाद ट्रंप की यह घोषणा सामने आई है.

व्हाइट हाउस ने कहा कि व्यापार वार्ता के नवीनतम दौर में समझौता नहीं हुआ, लेकिन वार्ता सकारात्मक रही.

बीबीसी के मुताबिक, शुक्रवार को चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने अतिरिक्त टैरिफ लगाने के ट्रंप के फैसले की आलोचना की.

वांग ने बैंकॉक में दक्षिण पूर्व एशियाई मंत्रियों की बैठक से इतर कहा कि अतिरिक्त टैरिफ लगाना निश्चित रूप से आर्थिक और व्यापार टकराव को हल करने का एक रचनात्मक तरीका नहीं है, यह सही तरीका नहीं है.

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