नई दिल्ली: नेशनल इंस्टीट्यूशन फॉर ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया के उपाध्यक्ष अयोग राजीव कुमार ने शुक्रवार को कहा कि नई सरकार को नौकरियों के सृजन, कृषि को आधुनिक बनाने और निर्यात बढ़ाने के बारे में सोचना चाहिए.
कुमार ने कहा कि भारत में पूंजी की लागत असाधारण रूप से अधिक है. उन्होंने ये भी कहा हमारी पूंजी की वास्तविक लागत 6 प्रतिशत से अधिक है और चीन में यह 2 प्रतिशत से कम है.
नीति आयोग के उपाध्यक्ष ने कहा कि नई सरकार के गठन के बाद चालू वित्त वर्ष के लिए पूर्ण बजट पर फोकस करना चाहिए. जिसमें निजी निवेश को पुनर्जीवित करने और ऋण उपलब्धता में सुधार पर ध्यान दिया जाना चाहिए.
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उन्होंने कहा कि हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों द्वारा उधार में 20 फीसदी की कमी आई है. यह चिंता का कारण है और बजट में इसे संबोधित करने की आवश्यकता है. उन्होंने एफएमसीजी, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और ऑटोमोबाइल्स जैसे कई सेक्टरों में खपत की मांग को फिर से बढ़ाने की अपील की.
उपाध्यक्ष ने कहा कि कृषि का आधुनिकीकरण और किसानों की आय को दोगुना करना हमारी प्राथमिकता रहेगी. हमें कृषि-प्रसंस्करण में निवेश को बढ़ावा देना होगा और कृषि क्षेत्र बेहतर और अधिक कुशल बनाना होगा.
राहुल गांधी के ट्वीट किया था कि अगर वे सत्ता में आते हैं तो वे नीति आयोग को हटा देगें क्योंकि नीति आयोग ने पीएम के लिए मार्केटिंग प्रेजेंटेशन बनाने और डेटा को ठगने के अलावा कोई काम नहीं करता है. इस पर नीति आयोग के उपाध्यक्ष ने कहा कि जिस तरह से चुनाव से पहले विपक्षी दल नीति आयोग को लेकर टिप्पणी कर रहे उससे उन्हें काफी चिंता थी. उन्होंने कहा कि नीति आयोग बेहतरीन संस्थान है और पीएम मोदी के विजन की वजह से यह संभव हुआ है.