पाटण: देश में बाल तस्करी एक बड़ी समस्या है. हाल ही में गुजरात के पाटन जिले में ऐसा ही एक मामला सामने आया है. यहां एक छोटे से बच्चे को 1 लाख 20 हजार रुपये में किसी नि:संतान दंपत्ति को बेच दिया गया. खबर यह है कि, बच्चा जब बीमार पड़ गया तो दंपती ने उस बच्चे को वापस कर दिया. मानवता तो तब शर्मसार हो गई जब फर्जी डॉक्टर सुरेश ठाकोर ने बच्चे को लावरिस हालत में फेंक दिया. इसी से जुड़े एक अन्य मामले में आरोपी ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं.
आरोपी ने किया सनसनीखेज खुलासा!
मामला जब पुलिस के पास पहुंचा तो आरोपियों से मामले में सख्ती से पूछताछ हुई. जिसके बाद उन्होंने अपना अपराध कबूल कर लिया. साथ ही आरोपियों ने यह भी बताया कि, उन्होंने बच्चे की तस्करी के अलावा एक अन्य शिशु को दफनाया है. पुलिस ने बाल तस्करी के आरोपी फर्जी डॉक्टर सुरेश ठाकोर समेत 3 आरोपियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की.
मर चुके बच्चे के दफनाने के मामले में पुलिस ने आरोपियों को साथ लेकर उसके शव की खोज में समी तहसील के दादर गांव में स्थित बनास नदी के किनारे पहुंची. आरोपियों के बताए गए स्थान पर जब मिट्टी की खुदाई हुई तो वहां मरे हुए बच्चे का शव बरामद नहीं हुआ, लेकिन सिर्फ नमक मिला.
बच्चे की तस्करी का मामला, क्या बोली पुलिस
बच्चे की तस्करी की घटना के बारे में जानकारी देते हुए पाटन पुलिस एसपी डॉ. रवींद्र पटेल ने बताया कि, पीड़ित शिशु का जन्म थरा शहर के 'संस्कार' नाम के अस्पताल में हुआ था. खबर के मुताबिक, बच्चे के जन्म के बाद उसे यहां के कंपाउंडर रूप सिंह ने बेच दिया. रिपोर्ट के मुताबिक, बच्चे को फर्जी डाक्टर सुरेश ठाकोर और नर्स शिल्पा ठाकोर के दे दिया गया.
उसके बाद फर्जी डॉक्टर सुरेश ठाकोर ने बच्चे को नीरव मोदी नाम के शख्स और उसकी पत्नी को 1.20 लाख में बेच दिया. जब बच्चा बीमार पड़ गया तो गोद लेने वाले दंपती ने उसे वापस कर दिया.
जिसके बाद गोद लेने वाले दंपती को फर्जी डॉक्टर सुरेश ठाकोर ने 1.20 लाख में से 30 हजार लौटा दिए और बीमार बच्चे को ठिकाने लगाने के लिए फर्जी डॉक्टर और नर्स ने बच्चे को सिद्धपुर से पालनपुर डिसा हाईवे के पास स्थित एक गांव पास लावारिस हालत में फेंक दिया ओर भाग गए. गांव वालों ने लावारिस बच्चे की आवाज सुनकर उन्होंने इसकी सूचना सरपंच को दी.
बच्चे के लावारिस हालत में मिलने की शिकायत गढ़ पुलिस थाने में दर्ज कराई गई. जब बच्चे को खरीदने वाले ने 51 रुपये का टोकन दिया तब पूरे मामला खुल गया. इस घटना की गढ़ पुलिस थाने में FIR दर्ज करवाई गई और बच्चे को पालनपुर शिशु गृह में भेज दिया गया.
एक अन्य बच्चे को दफनाने का मामला
तरफ घटनास्थल से बच्चे का शव नहीं मिलने पर पुलिस ने सुरेश ठाकोर से कड़ी पूछताछ शुरू कर दी है. दादर कमलपुर मार्ग पर पुल के नीचे दफनाए गए बच्चे के अवशेष बरामद करने के लिए पुलिस द्वारा चलाये गए अभियान के दौरान पुल पर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. फर्जी डॉक्टर सुरेश ठाकोर और शिल्पा ठाकोर की 2 दिसंबर तक और एक अन्य आरोपी रूप सिंह ठाकोर की 3 दिसंबर तक की रिमांड मंजूर की गई है. संभव है बच्चों की तस्करी से संबंधित में कई और राज खुल सकते हैं.
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