नई दिल्ली: भारत अपने विनिर्माण आधार को बढ़ाकर और डिजिटल सेवाओं के माध्यम से दहाई अंक की वृद्धि दर हासिल करने की क्षमता रखता है. यह बात केंद्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने शनिवार को कहा कि इसमें ग्रामीण क्षेत्र, युवा और आकांक्षी मध्यम वर्ग की मांग की अहम भूमिका है.
वित्त राज्यमंत्री ठाकुर ने कहा कि पिछले छह साल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने लगातार सुधार किए हैं जिसने महत्वपूर्ण बदलाव लाए हैं.
उन्होंने कहा, "अब सभी संकेतक, मुद्रास्फीति से लेकर राजकोषीय घाटा तक, विदेशी मुद्रा भंडार से लेकर चालू खाते के घाटे तक, सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर से लेकर वित्तीय समावेशन तक, सभी बिंदुओं पर आर्थिक स्थिति स्थिर और मजबूत है."
लॉकडाउन के बाद आर्थिक हालातों में सुधार के बारे में ठाकुर ने कहा कि इसका व्यापक आधार है और यह सिर्फ कृषि क्षेत्र से नहीं आएगी.
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कंपनी सचिवों के 48वें राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए वित्त राज्यमंत्री ने कहा कि अर्थव्यवस्था पर नजर रखने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा अपनाए जाने वाले 48 मानकों में से 30 का स्तर फरवरी के स्तर से ऊपर आ गया है.
ठाकुर ने कहा, "यात्री और दोपहिया वाहन बिक्री, ईंधन खपत, इस्पात उत्पादन, सीमेंट उत्पादन और अंतरराष्ट्रीय हवाई मालवहन समेत कई अन्य क्षेत्रों में हमने उल्लेखनीय सुधार दर्ज किया है."
(पीटीआई-भाषा)