नई दिल्ली: केंद्रीय उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को कहा कि निर्यातकों को प्रोत्साहन दिये जा सकते हैं, लेकिन ये वैश्विक व्यापार नियमों के अनुकूल तथा तार्किक होने चाहिये. वह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से परिधान, चमड़ा, रत्न और आभूषण, दवा और इंजीनियरिंग सहित विभिन्न निर्यात संवर्धन परिषदों के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत कर रहे थे.
उन्होंने निर्यातकों से आह्वान किया कि वे विशिष्ट क्षेत्रों में अपनी ताकत, क्षमता और विशिष्ट क्षेत्र में प्रतिस्पर्धी लाभ की स्थिति की पहचान करें और वैश्विक बाजारों में उनका फायदा उठाने पर ध्यान केंद्रित करें.
उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस महामारी के गुजर जाने के बाद के युग में वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं में अवधारणात्मक परिवर्तन होने जा रहा है, और ऐसे में भारतीय उद्योगपतियों तथा निर्यातकों को वैश्विक व्यापार के महत्वपूर्ण हिस्से पर काबिज होने पर ध्यान देना चाहिये.
गोयल ने उन्हें आश्वासन दिया कि सरकार उनके प्रयासों में एक सक्रिय समर्थक और सूत्रधार होगी, और विदेश में भारतीय उच्चायोग इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं.
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उन्होंने कहा, "प्रोत्साहन दिये जा सकते हैं, लेकिन उन्हें उचित, तार्किक और विश्व व्यापार संगठन (विश्व व्यापार संगठन) के प्रावधानों के दायरे में होना चाहिये."
गोयल ने यह भी कहा कि मंत्रालय उन विशिष्ट क्षेत्रों की पहचान करने पर काम कर रहा है, जिन्हें निर्यात के उद्देश्य से भविष्य में आगे बढ़ाया जा सकता है.
(पीटीआई-भाषा)