ETV Bharat / business

अक्टूबर में आयात, निर्यात, व्यापार घाटा में गिरावट - अक्टूबर में आयात निर्यात में गिरावट

निर्यात में इससे पहले सितंबर में 6.57 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गयी थी और यह 26 अरब डॉलर था.

अक्टूबर में आयात, निर्यात, व्यापार घाटा में गिरावट
author img

By

Published : Nov 15, 2019, 9:06 PM IST

Updated : Nov 15, 2019, 11:47 PM IST

नई दिल्ली: देश के निर्यात में लगातार तीसरे महीने गिरावट आई है. अक्टूबर में निर्यात 1.11 प्रतिशत गिरकर 26.38 अरब डॉलर रहा. इसकी प्रमुख वजह पेट्रोलियम, कालीन, चमड़ा उत्पाद, चावल और चाय के निर्यात में कमी आना है. अक्टूबर में देश का आयात भी घटा है.

शुक्रवार को जारी आधिकारिक सरकारी आंकड़ों के अनुसार समीक्षाधीन अवधि में यह 16.31 प्रतिशत घटकर 37.39 अरब डॉलर रहा.

आयात में गिरावट के चलते देश का व्यापार घाटा भी घटकर 11 अरब डॉलर पर आ गया है. यह पिछले साल अक्टूबर में 18 अरब डॉलर था. समीक्षावधि में सोने का आयात पांच प्रतिशत बढ़कर 1.84 अरब डॉलर रहा है. इस दौरान 30 प्रमुख क्षेत्रों में से 18 क्षेत्रों का निर्यात घटा है.

पेट्रोलियम उत्पाद, कालीन, चमड़ा उत्पाद, चावल और चाय का निर्यात क्रमश: 14.6 प्रतिशत, 17 प्रतिशत, 7.6 प्रतिशत, 29.5 प्रतिशत और 6.16 प्रतिशत घटा. इससे पहले देश का कुल निर्यात सितंबर में 6.57 प्रतिशत और अगस्त में 6 प्रतिशत गिरा था.

ये भी पढ़ें: बैंकों में जमा धन की गारंटी एक लाख रुपये से ऊपर किए जाने की योजना: सीतारमण

देश का निर्यात अब तक नीचे ही बना हुआ है. इससे देश की पूरी आर्थिक वृद्धि दर पर बोझ बढ़ सकता है जो चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में छह साल के निचले स्तर यानी पांच प्रतिशत तक आ गयी है.

सितंबर में देश का औद्योगिक उत्पादन गिरकर 4.3 प्रतिशत पर आ गया है और इसकी अहम वजह विनिर्माण, बिजली और खनन क्षेत्र का खराब प्रदर्शन है. अक्टूबर में कच्चे तेल का आयात सालाना आधार पर 31.74 प्रतिशत गिरकर 9.63 अरब डॉलर रहा. जबकि गैर-कच्चा तेल आयात 9.19 प्रतिशत गिरकर 27.76 अरब डॉलर रहा है.

चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-अक्टूबर अवधि में देश का निर्यात 2.21 प्रतिशत घटकर 185.95 अरब डॉलर और आयात 8.37 प्रतिशत गिरकर 280.67 अरब डॉलर रहा. इसके चलते देश का व्यापार घाटा इस दौरान 94.72 अरब डॉलर रहा है.

इसी बीच भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार अक्टूबर में सेवाओं का निर्यात घटकर 17.22 अरब डॉलर और आयात 10.92 अरब डॉलर रहा है. इससे पहले सितंबर 2019 में देश का सेवा निर्यात 17.54 अरब डॉलर और आयात 11.10 अरब डॉलर था.

लुधियाना के एक निर्यातक एस. सी रल्हन ने सरकार द्वारा विदेश व्यापार नीति को तत्काल जारी करने की जरूरत बतायी.

भारतीय व्यापार संवर्द्धन परिषद (टीपीसीआई) के चेयरमैन मोहित सिंगला ने कहा कि यह आंकड़े दिखाते हैं कि वैश्विक नरमी का असर मांग पर भी पड़ रहा है इसलिए आयात भी घटा है. विशेषकर कच्चे माल का आयात घटा है जो विनिर्माण या अन्य तरह के उत्पादन में काम आता है.

निर्यातकों के संगठन फियो के अध्यक्ष शरद कुमार सर्राफ ने कहा कि व्यापार तनाव और संरक्षणवाद की वजह से माह के दौरान निर्यात में यह गिरावट दर्ज की गयी है.

नई दिल्ली: देश के निर्यात में लगातार तीसरे महीने गिरावट आई है. अक्टूबर में निर्यात 1.11 प्रतिशत गिरकर 26.38 अरब डॉलर रहा. इसकी प्रमुख वजह पेट्रोलियम, कालीन, चमड़ा उत्पाद, चावल और चाय के निर्यात में कमी आना है. अक्टूबर में देश का आयात भी घटा है.

शुक्रवार को जारी आधिकारिक सरकारी आंकड़ों के अनुसार समीक्षाधीन अवधि में यह 16.31 प्रतिशत घटकर 37.39 अरब डॉलर रहा.

आयात में गिरावट के चलते देश का व्यापार घाटा भी घटकर 11 अरब डॉलर पर आ गया है. यह पिछले साल अक्टूबर में 18 अरब डॉलर था. समीक्षावधि में सोने का आयात पांच प्रतिशत बढ़कर 1.84 अरब डॉलर रहा है. इस दौरान 30 प्रमुख क्षेत्रों में से 18 क्षेत्रों का निर्यात घटा है.

पेट्रोलियम उत्पाद, कालीन, चमड़ा उत्पाद, चावल और चाय का निर्यात क्रमश: 14.6 प्रतिशत, 17 प्रतिशत, 7.6 प्रतिशत, 29.5 प्रतिशत और 6.16 प्रतिशत घटा. इससे पहले देश का कुल निर्यात सितंबर में 6.57 प्रतिशत और अगस्त में 6 प्रतिशत गिरा था.

ये भी पढ़ें: बैंकों में जमा धन की गारंटी एक लाख रुपये से ऊपर किए जाने की योजना: सीतारमण

देश का निर्यात अब तक नीचे ही बना हुआ है. इससे देश की पूरी आर्थिक वृद्धि दर पर बोझ बढ़ सकता है जो चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में छह साल के निचले स्तर यानी पांच प्रतिशत तक आ गयी है.

सितंबर में देश का औद्योगिक उत्पादन गिरकर 4.3 प्रतिशत पर आ गया है और इसकी अहम वजह विनिर्माण, बिजली और खनन क्षेत्र का खराब प्रदर्शन है. अक्टूबर में कच्चे तेल का आयात सालाना आधार पर 31.74 प्रतिशत गिरकर 9.63 अरब डॉलर रहा. जबकि गैर-कच्चा तेल आयात 9.19 प्रतिशत गिरकर 27.76 अरब डॉलर रहा है.

चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-अक्टूबर अवधि में देश का निर्यात 2.21 प्रतिशत घटकर 185.95 अरब डॉलर और आयात 8.37 प्रतिशत गिरकर 280.67 अरब डॉलर रहा. इसके चलते देश का व्यापार घाटा इस दौरान 94.72 अरब डॉलर रहा है.

इसी बीच भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार अक्टूबर में सेवाओं का निर्यात घटकर 17.22 अरब डॉलर और आयात 10.92 अरब डॉलर रहा है. इससे पहले सितंबर 2019 में देश का सेवा निर्यात 17.54 अरब डॉलर और आयात 11.10 अरब डॉलर था.

लुधियाना के एक निर्यातक एस. सी रल्हन ने सरकार द्वारा विदेश व्यापार नीति को तत्काल जारी करने की जरूरत बतायी.

भारतीय व्यापार संवर्द्धन परिषद (टीपीसीआई) के चेयरमैन मोहित सिंगला ने कहा कि यह आंकड़े दिखाते हैं कि वैश्विक नरमी का असर मांग पर भी पड़ रहा है इसलिए आयात भी घटा है. विशेषकर कच्चे माल का आयात घटा है जो विनिर्माण या अन्य तरह के उत्पादन में काम आता है.

निर्यातकों के संगठन फियो के अध्यक्ष शरद कुमार सर्राफ ने कहा कि व्यापार तनाव और संरक्षणवाद की वजह से माह के दौरान निर्यात में यह गिरावट दर्ज की गयी है.

Intro:Body:

 


Conclusion:
Last Updated : Nov 15, 2019, 11:47 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.