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कोरोना वायरस: एडीबी ने भारत को 2.2 अरब डॉलर की सहायता देने का वादा किया

असकावा ने महामारी की रोकथाम के लिए भारत सरकार के उपायों की सराहना की. इन उपायों में राष्ट्रीय स्वास्थ्य आपातकालीन कार्यक्रम, उद्योगजगत को कर और अन्य राहत तथा 26 मार्च को घोषित 1.7 लाख करोड़ रुपये का आर्थिक राहत पैकेज शामिल है.

कोरोना वायरस: एडीबी ने भारत को 2.2 अरब डॉलर की सहायता देने का वादा किया
कोरोना वायरस: एडीबी ने भारत को 2.2 अरब डॉलर की सहायता देने का वादा किया
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Published : Apr 10, 2020, 2:34 PM IST

नई दिल्ली: एशियाई विकास बैंक (एडीबी) के अध्यक्ष मासत्सुगु असकावा ने शुक्रवार को कोरोना वायरस महामारी से लड़ने में भारत की मदद के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को 2.2 अरब अमरीकी डॉलर (लगभग 16,500 करोड़ रुपये) की मदद का भरोसा दिया.

असकावा ने महामारी की रोकथाम के लिए भारत सरकार के उपायों की सराहना की. इन उपायों में राष्ट्रीय स्वास्थ्य आपातकालीन कार्यक्रम, उद्योगजगत को कर और अन्य राहत तथा 26 मार्च को घोषित 1.7 लाख करोड़ रुपये का आर्थिक राहत पैकेज शामिल है.

ये भी पढ़ें-आरबीआई को उम्मीद, स्थिति सामान्य होने पर मौद्रिक, राजकोषीय उपायों से आर्थिक गतिविधियां तेज होंगी

सरकार ने तीन सप्ताह के देशव्यापी लॉकडाउन से प्रभावित गरीबों, महिलाओं और श्रमिकों को तत्काल नकद और राशन जैसी सहायता मुहैया कराने के लिए इस राहत पैकेज की घोषणा की है.

असकावा ने कहा, "एडीबी भारत की आपातकालीन जरूरतों में मदद करने के लिए प्रतिबद्ध है. हम स्वास्थ्य क्षेत्र और गरीबों, अनौपचारिक श्रमिकों, छोटे तथा मझोले उद्योगों और वित्तीय क्षेत्र पर इस महामारी के आर्थिक प्रभाव को कम करने में मदद के लिए 2.2 अरब अमरीकी डालर की तत्काल सहायता देने की तैयारी कर रहे हैं."

एडीबी ने एक बयान में कहा कि इस दौरान वह निजी क्षेत्र की वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए भी काम कर रहा है.

उन्होंने कहा, "जरूरत पड़ने पर भारत के लिए एडीबी की सहायता को और बढ़ाया जाएगा. हम भारत की जरूरतों को पूरा करने के लिए अपने पास उपलब्ध सभी वित्त पोषण विकल्पों पर विचार करेंगे, जिसमें आपातकालीन सहायता, नीति आधारित ऋण और बजटीय समर्थन शामिल हैं."

(पीटीआई-भाषा)

नई दिल्ली: एशियाई विकास बैंक (एडीबी) के अध्यक्ष मासत्सुगु असकावा ने शुक्रवार को कोरोना वायरस महामारी से लड़ने में भारत की मदद के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को 2.2 अरब अमरीकी डॉलर (लगभग 16,500 करोड़ रुपये) की मदद का भरोसा दिया.

असकावा ने महामारी की रोकथाम के लिए भारत सरकार के उपायों की सराहना की. इन उपायों में राष्ट्रीय स्वास्थ्य आपातकालीन कार्यक्रम, उद्योगजगत को कर और अन्य राहत तथा 26 मार्च को घोषित 1.7 लाख करोड़ रुपये का आर्थिक राहत पैकेज शामिल है.

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सरकार ने तीन सप्ताह के देशव्यापी लॉकडाउन से प्रभावित गरीबों, महिलाओं और श्रमिकों को तत्काल नकद और राशन जैसी सहायता मुहैया कराने के लिए इस राहत पैकेज की घोषणा की है.

असकावा ने कहा, "एडीबी भारत की आपातकालीन जरूरतों में मदद करने के लिए प्रतिबद्ध है. हम स्वास्थ्य क्षेत्र और गरीबों, अनौपचारिक श्रमिकों, छोटे तथा मझोले उद्योगों और वित्तीय क्षेत्र पर इस महामारी के आर्थिक प्रभाव को कम करने में मदद के लिए 2.2 अरब अमरीकी डालर की तत्काल सहायता देने की तैयारी कर रहे हैं."

एडीबी ने एक बयान में कहा कि इस दौरान वह निजी क्षेत्र की वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए भी काम कर रहा है.

उन्होंने कहा, "जरूरत पड़ने पर भारत के लिए एडीबी की सहायता को और बढ़ाया जाएगा. हम भारत की जरूरतों को पूरा करने के लिए अपने पास उपलब्ध सभी वित्त पोषण विकल्पों पर विचार करेंगे, जिसमें आपातकालीन सहायता, नीति आधारित ऋण और बजटीय समर्थन शामिल हैं."

(पीटीआई-भाषा)

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