नई दिल्ली: ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से बाहर हो जाने से ईयू में भारतीय निवेश और व्यापार प्रतिबद्धताओं पर कोई प्रतिकूल असर नहीं पड़ेगा. यूरोपीय संघ के एक शीर्ष अधिकारी ने शुक्रवार को यह बात कही.
भारत में यूरोपीय संघ के राजदूत टॉमस कोजलोवस्की ने एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि मुफ्त व्यापार समझौते के जल्द पूरा होने और निवेश सुरक्षा समझौते के सही समय पर होने से भारत और यूरोपीय संघ के बीच व्यापार कई गुना बढ़ सकता है.
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पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने विज्ञप्ति में कहा कि कोजलोवस्की के मुताबिक, भारत और यूरोपीय संघ के बीच कम शुल्क और बढ़ी व्यापार सुगमता जैसी सुविधाओं में द्विपक्षीय व्यापार को 2017-18 में 141 अरब डॉलर से बढ़ाकर 2022 तक 200 अरब डॉलर पर पहुंचाने की क्षमता है.
उन्होंने कहा कि ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से बाहर निकलने से ईयू में भारतीय निवेश, व्यापार प्रतिबद्धताओं और व्यापार सुविधाओं पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा. उल्लेखनीय है कि ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने शुक्रवार को यरोपीय परिषद के अध्यक्ष डोनाल्ड टस्क को पत्र लिखकर ब्रेक्जिट की समयसीमा को 30 जून तक बढ़ाने की मांग की है.
ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से बाहर निकलने से भारतीय निवेश पर नहीं पड़ेगा असर: अधिकारी
भारत में यूरोपीय संघ के राजदूत टॉमस कोजलोवस्की ने एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि मुफ्त व्यापार समझौते के जल्द पूरा होने और निवेश सुरक्षा समझौते के सही समय पर होने से भारत और यूरोपीय संघ के बीच व्यापार कई गुना बढ़ सकता है.
नई दिल्ली: ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से बाहर हो जाने से ईयू में भारतीय निवेश और व्यापार प्रतिबद्धताओं पर कोई प्रतिकूल असर नहीं पड़ेगा. यूरोपीय संघ के एक शीर्ष अधिकारी ने शुक्रवार को यह बात कही.
भारत में यूरोपीय संघ के राजदूत टॉमस कोजलोवस्की ने एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि मुफ्त व्यापार समझौते के जल्द पूरा होने और निवेश सुरक्षा समझौते के सही समय पर होने से भारत और यूरोपीय संघ के बीच व्यापार कई गुना बढ़ सकता है.
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पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने विज्ञप्ति में कहा कि कोजलोवस्की के मुताबिक, भारत और यूरोपीय संघ के बीच कम शुल्क और बढ़ी व्यापार सुगमता जैसी सुविधाओं में द्विपक्षीय व्यापार को 2017-18 में 141 अरब डॉलर से बढ़ाकर 2022 तक 200 अरब डॉलर पर पहुंचाने की क्षमता है.
उन्होंने कहा कि ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से बाहर निकलने से ईयू में भारतीय निवेश, व्यापार प्रतिबद्धताओं और व्यापार सुविधाओं पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा. उल्लेखनीय है कि ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने शुक्रवार को यरोपीय परिषद के अध्यक्ष डोनाल्ड टस्क को पत्र लिखकर ब्रेक्जिट की समयसीमा को 30 जून तक बढ़ाने की मांग की है.
ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से बाहर निकलने से भारतीय निवेश पर नहीं पड़ेगा असर: अधिकारी
नई दिल्ली: ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से बाहर हो जाने से ईयू में भारतीय निवेश और व्यापार प्रतिबद्धताओं पर कोई प्रतिकूल असर नहीं पड़ेगा. यूरोपीय संघ के एक शीर्ष अधिकारी ने शुक्रवार को यह बात कही.
भारत में यूरोपीय संघ के राजदूत टॉमस कोजलोवस्की ने एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि मुफ्त व्यापार समझौते के जल्द पूरा होने और निवेश सुरक्षा समझौते के सही समय पर होने से भारत और यूरोपीय संघ के बीच व्यापार कई गुना बढ़ सकता है.
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उन्होंने कहा कि ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से बाहर निकलने से ईयू में भारतीय निवेश, व्यापार प्रतिबद्धताओं और व्यापार सुविधाओं पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा. उल्लेखनीय है कि ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने शुक्रवार को यरोपीय परिषद के अध्यक्ष डोनाल्ड टस्क को पत्र लिखकर ब्रेक्जिट की समयसीमा को 30 जून तक बढ़ाने की मांग की है.
Conclusion: