गुवाहाटी: बांग्लादेश ने मंगलवार को भारत से पड़ोसी देश को प्याज निर्यात पर पाबंदी यथाशीघ्र हटाने का आग्रह किया. इसके कारण आपूर्ति प्रभावित होने के कारण वहां प्याज के दाम में उछाल आया है.
भारत-बांग्लादेश संबद्ध पक्षों की बैठक को संबोधित करते हुए बांग्लादेश के वाणिज्य मंत्री टीपू मुंशी ने भारत सरकार से मानवीय आधार पर मामले पर गौर करने को कहा. उन्होंने कहा कि प्याज के ऊंचे दाम के कारण लोगों पर असर पड़ रहा है.
उन्होंने कहा, "हमारे पास छह लाख टन प्याज की कमी है. इसमें से 80 प्रतिशत भारत से आता है. भारत से प्याज निर्यात पर पाबंदी के कारण कीमतों में उछाल आया है और लोग यह पूछ रहे हैं कि इसमें कब कमी आएगी."
ये भी पढ़ें- जियो, वोडा-आइडिया, एयरटेल ने सरकार को 4,500 करोड़ रुपये का स्पेक्ट्रम बकाया चुकाया
भारत ने घरेलू बाजार में प्याज की आपूर्ति बढ़ाने और दाम को काबू में रखने के लिये हाल ही में प्याज के निर्यात पर पाबंदी लगायी थी.
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने दिल्ली में चार अक्टूबर को भारत-बांग्लादेश व्यापार मंच को संबोधित करते हुए निर्यात पाबंदी के बाद देश को हो रही कठिनाइयों का उल्लेख किया था. उन्होंने हल्के-फुल्के अंदाज में कहा था कि उन्होंने अपने रसोइये से खाने में प्याज का उपयोग नहीं करने को कहा है.
बांग्लादेश के वाणिज्य मंत्री ने कहा कि दक्षिण एशिया में ज्यादातर पड़ोसी देश खाद्य सुरक्षा के लिये भारत से आयात पर नर्भर हैं और जरूरी सामान यहां से आयात करते हैं.
उन्होंने कहा, "मैंने इस बारे में वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल से बात की. उन्होंने कहा कि भारत महाराष्ट्र चुनावों के बाद पाबंदी हटाने की कोशिश करेगा. हम उसका इंतजार कर रहे हैं."
मुंशी ने उम्मीद जतायी कि भारत समय रहते इस प्रकार के निर्णय के बारे में जानकारी देगा ताकि वे वैकल्पिक स्रोतों से प्रतिस्पर्धी मूल्य खाद्य पदार्थों को लेने के लिये जरूरी तैयारी कर सके.
दोनों देशों के बीच व्यापार के बारे में उन्होंने कहा कि भारत, बांग्लादेश का दूसरा सबसे बड़ा व्यापार भागीदारी है और दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है.
दोनों देशों के बीच पिछले 10 साल में व्यापार काफी बढ़ा है. 2010-11 में यह 5.08 अरब डॉलर था जो 2018-19 में बढ़कर 8.9 अरब डॉलर पहुंच गया.