नई दिल्ली: वोडाफोन समूह ने सोमवार को कहा कि उसके कर्जदाताओं ने इंडस टावर्स और भारती इंफ्राटेल के विलय के लिए अपनी सहमति दे दी है. इससे पहले वोडाफोन समूह एक सितंबर को घोषणा की थी कि वह प्रस्तावित विलय के साथ आगे बढ़ने के लिए सहमत है.
कंपनी ने सोमवार को एक बयान में कहा, "विलय समझौते को मंजूरी वोडाफोन के मौजूदा कर्जधारकों से मिलने वाली अनुमति की शर्त पर निर्भर थी. इन कर्जदाताओं ने वोडाफोन को 1.3 अरब यूरो का कर्ज दिया हुआ है."
वोडाफोन आइडिया ने इस संदर्भ में 2019 में राइट इश्यू जारी किया था. बयान के अनुसार, उसे विलय को लेकर कर्जदाताओं से मंजूरी मिल गयी है.
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कंपनी ने कहा कि अब संबंधित पक्ष विलय को प्रभाव में लाने के लिए मंजूरी को लेकर राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण के पास जाएंगे. कंपनी ने कहा कि सभी संबद्ध पक्ष सौदे को तेजी से पूरा करने के लिए काम कर रहे हैं.
(आईएएनएस)