वॉशिंगटन: अमेरिका ने ईजराइली दवा कंपनी तेवा फार्मास्यूटिकल्स समेत 20 प्रमुख दवा निर्माताओं के खिलाफ मनमाने ढंग से दाम बढ़ाने को लेकर मुकदमा दाखिला किया है. मुकदमें में 20 दवा निर्माताओं के अलावा क्षेत्र से ही जुडे़15 और अन्य लोगों का नाम भी सम्मिलित है.
रायटर के एक खबर के अनुसार इन कंपनियों पर आरोप है कि यह मनमाने ढंग से कभी-कभी 1,000 गुना तक दवाओं के दाम में बढ़ोतरी कर देती हैं, जिनसे जेनरिक दवा निर्माताओं को कड़ी बाजार प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ता है.
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अमेरिका में ब्रांडेड और जेनरिक दवाओं के तेजी से बढ़ते दामों के चौतरफा आलोचना के बाद मामला प्रकाश में आया. अमेरिकी जिला कोर्ट में शुक्रवार को 44 अमेरिकी राज्यों द्वारा दाखिल मुकदमें के अनुसार यह 20 कंपनियां बाजार में प्रतिस्पर्धा से बचने और हिस्सेदारी बांटने के लिए अंसंवैंधानिक गतिविधियों में लिप्त पाई गई हैं.
डेनवर पोस्ट के अनुसार इन कंपनियों में पांच भारतीय कंपनियां हैं: अरबिंदो फार्मास्यूटिकल्स, डॉ रेड्डी लेबोरटरीज, ग्लेनमार्क फार्मास्यूटिकल्स, ल्यूपिन फार्मास्यूटिकल्स, जाइडस फार्मास्यूटिकल्स. हालांकि डॉ रेड्डी लेबोरटरीज और अरबिंदो फार्मास्यूटिकल्स मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देने से बचते नजर आएं