नई दिल्ली: सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी एमटीएनएल ने अपने आंतरिक संग्रह से कर्मचारियों को मार्च महीने का वेतन दिया और कंपनी को दिल्ली और मुंबई के लिए लाइसेंस में विस्तार के आवेदन पर अभी सरकार की ओर से जवाब का इंतजार है. यह जानकारी बुधवार को कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी.
निजी दूरसंचार कंपनियों के लिए आंतरिक संग्रह से वेतन का भुगतान करना सामान्य बात हो सकती है, लेकिन एमटीएनएल और बीएसएनएल जैसी दो बीमारू कंपनियों के लिए यह इस बात का संकेत है कि उनकी वित्तीय हालात में थोड़ा सुधार हुआ है क्योंकि दोनों कंपनियों के सामने फरवरी में वेतन का भुगतान करने को लेकर समस्या खड़ी हो गई थी, जिससे सरकारी हस्तक्षेप की जरूरत पड़ी.
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एमटीएनएल के अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक (सीएमडी) प्रवीण कुमार पुरवार ने बताया, "मार्च के वेतन बिल का भुगतान हमने अपने 200 करोड़ रुपये के मासिक आंतरिक संग्रह से किया."
फरवरी में दूरसंचार विभाग (डीओटी) ने एमटीएनएल के 23,000 कर्मचारियों के वेतन के लिए 171 करोड़ रुपये जारी किए थे. पुरवार ने कहा कि एमटीएनएल को अपनी लाइसेंस अवधि के विस्तार के आवेदन पर डीओटी के जवाब का इंतजार है. हालांकि उन्होंने इस सवाल का कोई जवाब नहीं दिया कि क्या इससे यह माना जा सकता है कि कंपनी अपनी लाइसेंस अवधि के अतिरिक्त परिचालन जारी रखेगी.
पुरवार ने कहा, "हमें इस पर कुछ नहीं कहना है. हमें कोई जवाब नहीं मिला है, लेकिन हमने अपना पत्र भेजा है." एमटीएनएल को अपने 20 साल के लाइसेंस के नवीकरण के लिए 11,000 करोड़ रुपये चुकाने होंगे.