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चीन से 40 करोड़ डॉलर के आयात का बहिष्कार करेगी जेएसडब्ल्यू: पार्थ जिंदल - पार्थ जिंदल

चौदह अरब डॉलर की कंपनी जेएसडब्ल्यू समूह का स्वामित्व पार्थ के पिता सज्जन जिंदल के पास है. समूह इस्पात, ऊर्जा, सीमेंट और बुनियादी संरचना जैसे मुख्य क्षेत्रों में कारोबार करती है.

चीन से 40 करोड़ डॉलर के आयात का बहिष्कार करेगी जेएसडब्ल्यू: पार्थ जिंदल
चीन से 40 करोड़ डॉलर के आयात का बहिष्कार करेगी जेएसडब्ल्यू: पार्थ जिंदल
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Published : Jul 2, 2020, 9:35 PM IST

नई दिल्ली: विभिन्न क्षेत्रों में कारोबार करने वाली कंपनी जेएसडब्ल्यू समूह ने सीमा पर जारी तनाव के बीच चीन से 40 करोड़ डॉलर के आयात को अगले 24 महीने में शून्य पर लाने का फैसला किया है.

समूह की सहयोगी इकाई जेएसडब्ल्यू सीमेंट के प्रबंध निदेशक पार्थ जिंदल ने बृहस्पतिवार को इसकी जानकारी दी.

उन्होंने गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुए हालिया टकराव का उल्लेख करते हुए कहा कि यह कार्रवाई (आयात के बहिष्कार) भारतीय मिट्टी पर उन्होंने (चीन ने) जो किया, उसका परिणाम है.

चौदह अरब डॉलर की कंपनी जेएसडब्ल्यू समूह का स्वामित्व पार्थ के पिता सज्जन जिंदल के पास है. समूह इस्पात, ऊर्जा, सीमेंट और बुनियादी संरचना जैसे मुख्य क्षेत्रों में कारोबार करती है.

पार्थ ने एक ट्वीट में कहा कि जेएसडब्ल्यू समूह चीन से सालाना 40 करोड़ डॉलर का आयात करता है. अब इसे बंद करने का फैसला किया गया है.

ये भी पढ़ें: चीन के साथ भारत का व्यापार घाटा बीते वित्त वर्ष में घटकर 48.66 अरब डॉलर पर

उन्होंने ‘बॉयकॉट चाइना हैशटैग’ के साथ कहा, "चीन के सौनिकों द्वारा हमारे जवानों पर अकारण किया गया हमला आंखें खोलने वाला है और स्पष्ट कार्रवाई की जरूरत बताता है. हम (जेएसडब्ल्यू समूह) चीन से सालाना 40 करोड़ डॉलर का शुद्ध आयात करते हैं. हम इसे अगले 24 महीने में शून्य पर लाने का संकल्प लेते हैं."

कंपनी के एक अधिकारी ने अनुमान लगाया कि कंपनी के इस्पात और ऊर्जा व्यवसाय के लिये 70-80 प्रतिशत आयात होता है, जिसमें मशीनरी और रख रखाव के उपकरण शामिल हैं.

(पीटीआई-भाषा)

नई दिल्ली: विभिन्न क्षेत्रों में कारोबार करने वाली कंपनी जेएसडब्ल्यू समूह ने सीमा पर जारी तनाव के बीच चीन से 40 करोड़ डॉलर के आयात को अगले 24 महीने में शून्य पर लाने का फैसला किया है.

समूह की सहयोगी इकाई जेएसडब्ल्यू सीमेंट के प्रबंध निदेशक पार्थ जिंदल ने बृहस्पतिवार को इसकी जानकारी दी.

उन्होंने गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुए हालिया टकराव का उल्लेख करते हुए कहा कि यह कार्रवाई (आयात के बहिष्कार) भारतीय मिट्टी पर उन्होंने (चीन ने) जो किया, उसका परिणाम है.

चौदह अरब डॉलर की कंपनी जेएसडब्ल्यू समूह का स्वामित्व पार्थ के पिता सज्जन जिंदल के पास है. समूह इस्पात, ऊर्जा, सीमेंट और बुनियादी संरचना जैसे मुख्य क्षेत्रों में कारोबार करती है.

पार्थ ने एक ट्वीट में कहा कि जेएसडब्ल्यू समूह चीन से सालाना 40 करोड़ डॉलर का आयात करता है. अब इसे बंद करने का फैसला किया गया है.

ये भी पढ़ें: चीन के साथ भारत का व्यापार घाटा बीते वित्त वर्ष में घटकर 48.66 अरब डॉलर पर

उन्होंने ‘बॉयकॉट चाइना हैशटैग’ के साथ कहा, "चीन के सौनिकों द्वारा हमारे जवानों पर अकारण किया गया हमला आंखें खोलने वाला है और स्पष्ट कार्रवाई की जरूरत बताता है. हम (जेएसडब्ल्यू समूह) चीन से सालाना 40 करोड़ डॉलर का शुद्ध आयात करते हैं. हम इसे अगले 24 महीने में शून्य पर लाने का संकल्प लेते हैं."

कंपनी के एक अधिकारी ने अनुमान लगाया कि कंपनी के इस्पात और ऊर्जा व्यवसाय के लिये 70-80 प्रतिशत आयात होता है, जिसमें मशीनरी और रख रखाव के उपकरण शामिल हैं.

(पीटीआई-भाषा)

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