नई दिल्ली: एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेस ने लॉकडाउन (बंद) के दौरान करीब 150 कर्मचारियों की छंटनी कर दी. यह एचडीएफसी समूह की गैर-बैकिंग वित्तीय इकाई है. हालांकि एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेस की मातृ कंपनी एचडीएफसी बैंक ने एक बयान में कहा कि इस छंटनी का मौजूदा आर्थिक हालातों से कुछ लेना देना नहीं है.
यह छंटनी कर्मचारियों के प्रदर्शन के आधार पर की गयी है. यह उसके कुल कर्मचारियों की संख्या के मुकाबले बहुत छोटी सी संख्या है. नौकरी से निकाले गए कुछ कर्मचारियों ने इसके बारे में सोशल मीडिया पर लिखा है.
उनका आरोप है कि कंपनी ने उनसे तत्काल त्याग पत्र देने अन्यथा नौकरी से निकालने के लिए कहा. इसके लिए उन्हें कंपनी के मानव संसाधन विभाग और उनके वरिष्ठ प्रबंधकों से फोन भी आए हैं. पीटीआई-भाषा ने इनमें से कुछ कर्मचारियों से बात की.
उन्होंने कहा कि बिना किसी पूर्व सूचना के उन्हें नौकरी से निकाला जाना अनैतिक है. वह भी ऐसे समय में जब नयी नौकरी ढूंढना लगभग असंभव है.
इस बारे में संपर्क करने पर एचडीएफसी बैंक ने कहा कि असंतुष्ट कर्मचारियों का एक समूह ट्विटर पर यह सब बातें लिख रहा है.
उन्हें उनके प्रदर्शन के आधार पर निकाला गया है और उन्हें इसके बारे में पर्याप्त समय पहले सूचना दे दी गयी थी.
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बैंक ने एक बयान में कहा, "कुछ असंतुष्ट कर्मचारी मौजूदा परिस्थितियों का लाभ उठाने की कोशिश कर रहे हैं. यह उसके एक लाख से अधिक कर्मचारियों के मुकाबले बहुत छोटी संख्या है. इसका मौजूदा लॉकडाउन और उससे उपजी आर्थिक परिस्थिति से कुछ लेना-देना नहीं है."
बैंक ने कहा कि 31 मार्च 2019 तक एचडीबी फाइनेंशियल के कर्मचारियों की संख्या में 15,794 का इजाफा हुआ है. यह 93,373 से बढ़कर 1,09,167 हो गयी है.
(पीटीआई-भाषा)