नई दिल्ली : टाटा समूह के मनद चेयरमैन रतन टाटा ने शुक्रवार को उच्चतम न्यायालय के उस फैसले का स्वागत किया, जिसमें एनसीएलएटी द्वारा सायरस मिस्त्री को टाटा समूह का दोबारा कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त करने के आदेश के रद्द कर दिया गया.
उन्होंने इस फैसले को टाटा समूह की अखंडता और नैतिकता पर मुहर बताया और न्यायालय का आभार जताया.
टाटा ने फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट किया, 'मैं उच्चतम न्यायालय के फैसले की सराहना करता हूं और मैं न्यायालय का आभारी हूं.'
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उन्होंने आगे लिखा, 'यह हार और जीत का विषय नहीं है. मेरी ईमानदारी और समूह के नैतिक आचरण पर लगातार हमले किए गए. फैसले ने टाटा समूह के मूल्यों और नैतिकता पर मुहर लगाई है, जो हमेशा से समूह के मार्गदर्शक सिद्धान्त रहे हैं.'
उन्होंने कहा कि इस फैसले ने न्यायपालिका की निष्पक्षता को और मजबूत किया है.
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