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सिग्नल प्रणाली अपग्रेड करने रेलवे, रेलटेल के बीच समझौता

रेल मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि भारतीय रेल ने चार खंडों में सिग्नल प्रणाली को आधुनिक बनाने के लिए रेलटेल कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया की पूर्ण स्वामित्व वाली कंपनी रेलटेल इंटरप्राइजेज लिमिटेड (आरईएल) के साथ एमओयू पर हस्ताक्षण किए हैं.

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Published : Jun 17, 2019, 11:53 PM IST

सिग्नल प्रणाली अपग्रेड करने रेलवे, रेलटेल के बीच समझौता

नई दिल्ली: भारतीय रेल ने अपनी सिग्नल प्रणाली को आधुनिक बनाने के मकसद से सोमवार को आरईएल के साथ एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए.

रेल मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि भारतीय रेल ने चार खंडों में सिग्नल प्रणाली को आधुनिक बनाने के लिए रेलटेल कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया की पूर्ण स्वामित्व वाली कंपनी रेलटेल इंटरप्राइजेज लिमिटेड (आरईएल) के साथ एमओयू पर हस्ताक्षण किए हैं.

इसके तहत जहां कहीं भी आवश्यक है, वहां इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग (इनडोर) के साथ-साथ मोबाइल ट्रेन रेडियो संचरण प्रणाली (एमटीआरसी) आधारित लांग टर्म इवोल्यूशन (एलटीई) के साथ ऑटोमेटिक ट्रेन प्रोटेक्शन सिस्टम शामिल है.

ये भी पढ़ें: मोबाइल उपभोक्ताओं की सही संख्या पता लगाने का तरीका खोज रहा है ट्राई

रेल मंत्रालय के अनुसार, आधुनिक ट्रेन नियंत्रण प्रणाली दक्षिण मध्य रेलवे के रेनिगुंटा-येरागुंटला खंड के 165 किलोमीटर रेलमार्ग, पूर्वी तटीय रेलवे के विजयनगरम-पालासा खंड स्थित 145 किलोमीटर रेलमार्ग, उत्तर मध्य रेलवे के झांसी-बीना खंड स्थित 155 किलोमीटर रेलमार्ग और मध्य रेलवे के नागपुर-बडनेरा खंड स्थित 175 किलोमीटर मार्ग पर लगाई जाएगी.

मंत्रालय ने कहा कि भारतीय रेल के ये कुछ व्यस्ततम रूट हैं.

नई दिल्ली: भारतीय रेल ने अपनी सिग्नल प्रणाली को आधुनिक बनाने के मकसद से सोमवार को आरईएल के साथ एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए.

रेल मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि भारतीय रेल ने चार खंडों में सिग्नल प्रणाली को आधुनिक बनाने के लिए रेलटेल कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया की पूर्ण स्वामित्व वाली कंपनी रेलटेल इंटरप्राइजेज लिमिटेड (आरईएल) के साथ एमओयू पर हस्ताक्षण किए हैं.

इसके तहत जहां कहीं भी आवश्यक है, वहां इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग (इनडोर) के साथ-साथ मोबाइल ट्रेन रेडियो संचरण प्रणाली (एमटीआरसी) आधारित लांग टर्म इवोल्यूशन (एलटीई) के साथ ऑटोमेटिक ट्रेन प्रोटेक्शन सिस्टम शामिल है.

ये भी पढ़ें: मोबाइल उपभोक्ताओं की सही संख्या पता लगाने का तरीका खोज रहा है ट्राई

रेल मंत्रालय के अनुसार, आधुनिक ट्रेन नियंत्रण प्रणाली दक्षिण मध्य रेलवे के रेनिगुंटा-येरागुंटला खंड के 165 किलोमीटर रेलमार्ग, पूर्वी तटीय रेलवे के विजयनगरम-पालासा खंड स्थित 145 किलोमीटर रेलमार्ग, उत्तर मध्य रेलवे के झांसी-बीना खंड स्थित 155 किलोमीटर रेलमार्ग और मध्य रेलवे के नागपुर-बडनेरा खंड स्थित 175 किलोमीटर मार्ग पर लगाई जाएगी.

मंत्रालय ने कहा कि भारतीय रेल के ये कुछ व्यस्ततम रूट हैं.

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