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परंपरागत हलवा रस्म के साथ 2019- 20 के बजट दस्तावेजों की छपाई का काम शुरू

वित्त मंत्रालय की एक आधिकारिक विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई है. आम चुनाव के बाद नवगठित संसद के 17 जून से शुरू हुये पहले सत्र में ही पांच जुलाई को 2019-20 का पूर्ण बजट पेश किया जायेगा. पिछली सरकार ने आम चुनाव की घोषणा होने से पहले एक फरवरी को 2019- 20 का अंतरिम बजट पेश किया था.

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Published : Jun 22, 2019, 12:57 PM IST

Updated : Jun 22, 2019, 6:14 PM IST

परंपरागत हलवा रस्म के साथ 2019- 20 के बजट दस्तावेजों की छपाई का काम शुरू

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में गठित केन्द्र की नयी सरकार के पहले बजट की तैयारियां शुरू हो गई हैं. वित्त मंत्रालय में शनिवार को परंपरागत हलवा रस्म के साथ वित्त वर्ष 2019-20 के बजट दस्तावेजों की छपाई का काम शुरू हो गया है.

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर और वित्त मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों की उपस्थिति में नॉर्थ ब्लॉक में हलवा रस्म का आयोजन किया गया.

परंपरागत हलवा रस्म के साथ 2019- 20 के बजट दस्तावेजों की छपाई का काम शुरू

वित्त मंत्रालय की एक आधिकारिक विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई है. आम चुनाव के बाद नवगठित संसद के 17 जून से शुरू हुये पहले सत्र में ही पांच जुलाई को 2019-20 का पूर्ण बजट पेश किया जायेगा. पिछली सरकार ने आम चुनाव की घोषणा होने से पहले एक फरवरी को 2019- 20 का अंतरिम बजट पेश किया था.

ये भी पढ़ें: जीएसटी काउंसिल की बैठक में फैसला, अब आधार से कारोबारी कर सकेंगे जीएसटी का रजिस्ट्रेशन

बजट की गोपनीयता को बनाए रखने के लिए बजट प्रक्रिया में शामिल अधिकारियों को बजट पेश होने तक वित्त मंत्रालय के दफ्तर 'नॉर्थ ब्लॉक' में ही रहना होता है. बजट बनाने की प्रक्रिया के दौरान उन्हें अपने परिजनों तक से बातचीत करने अथवा मिलने की अनुमति नहीं होती है. इतना ही नहीं बजट दस्तावेजों को छापने का काम भी नॉर्थ ब्लॉक में बने छापेखाने में ही किया जाता है.

हलवा समारोह के दौरान सीतारमण और ठाकुर के अलावा वित्त सचिव एस. सी. गर्ग, राजस्व सचिव अजय भूषण पांडे, वित्तीय सेवा सचिव राजीव कुमार और निवेश और लोक परिसंपत्ति प्रबंधन विभाग के सचिव अतनु चक्रवर्ती समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे. हलवा रस्म के बाद सीतारमण ने छापेखाने का भी दौरा किया.

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में गठित केन्द्र की नयी सरकार के पहले बजट की तैयारियां शुरू हो गई हैं. वित्त मंत्रालय में शनिवार को परंपरागत हलवा रस्म के साथ वित्त वर्ष 2019-20 के बजट दस्तावेजों की छपाई का काम शुरू हो गया है.

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर और वित्त मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों की उपस्थिति में नॉर्थ ब्लॉक में हलवा रस्म का आयोजन किया गया.

परंपरागत हलवा रस्म के साथ 2019- 20 के बजट दस्तावेजों की छपाई का काम शुरू

वित्त मंत्रालय की एक आधिकारिक विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई है. आम चुनाव के बाद नवगठित संसद के 17 जून से शुरू हुये पहले सत्र में ही पांच जुलाई को 2019-20 का पूर्ण बजट पेश किया जायेगा. पिछली सरकार ने आम चुनाव की घोषणा होने से पहले एक फरवरी को 2019- 20 का अंतरिम बजट पेश किया था.

ये भी पढ़ें: जीएसटी काउंसिल की बैठक में फैसला, अब आधार से कारोबारी कर सकेंगे जीएसटी का रजिस्ट्रेशन

बजट की गोपनीयता को बनाए रखने के लिए बजट प्रक्रिया में शामिल अधिकारियों को बजट पेश होने तक वित्त मंत्रालय के दफ्तर 'नॉर्थ ब्लॉक' में ही रहना होता है. बजट बनाने की प्रक्रिया के दौरान उन्हें अपने परिजनों तक से बातचीत करने अथवा मिलने की अनुमति नहीं होती है. इतना ही नहीं बजट दस्तावेजों को छापने का काम भी नॉर्थ ब्लॉक में बने छापेखाने में ही किया जाता है.

हलवा समारोह के दौरान सीतारमण और ठाकुर के अलावा वित्त सचिव एस. सी. गर्ग, राजस्व सचिव अजय भूषण पांडे, वित्तीय सेवा सचिव राजीव कुमार और निवेश और लोक परिसंपत्ति प्रबंधन विभाग के सचिव अतनु चक्रवर्ती समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे. हलवा रस्म के बाद सीतारमण ने छापेखाने का भी दौरा किया.

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नई दिल्ली: मोदी सरकार की दूसरी पारी का पहला आम बजट वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 5 जुलाई को प्रस्तुत करने जा रही हैं. जिसकी शुरुआत करने से पहले आज वित्त मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में प्रतीकात्मक 'हलवा समारोह' का आयोजन होने वाला है.

हलवा समारोह के बाद ही बजट से जुड़े दस्तावेजों की छपाई की औपचारिक शुरुआत होगी. वित्त मंत्रालय ने एक ट्वीट के जरिए इस बाबत जानकारी साझा की.

अनुष्ठान के हिस्से के रूप में, 'हलवा' एक बड़े 'कड़ाही' (बड़े तलने वाले बर्तन) में तैयार किया जाता है और मंत्रालय में पूरे स्टाफ को परोसा जाता है.

हलवा समारोह का महत्व यह है कि इसे परोसे जाने के बाद, बड़ी संख्या में अधिकारी और सहायक कर्मचारी, जो सीधे बजट बनाने और मुद्रण प्रक्रिया से जुड़े होते हैं, को लोकसभा में बजट की प्रस्तुति तक मंत्रालय में रहना होता है और इस दौरान उन्हें अपने परिवार से भी बात करने की इजाजत नहीं होती.

वित्त मंत्रालय में केवल बहुत वरिष्ठ अधिकारियों को घर जाने की अनुमति होती है.

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Last Updated : Jun 22, 2019, 6:14 PM IST
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