ETV Bharat / business

स्लीपर क्लास को समाप्त करने की कोई येाजना नहीं: रेलवे बोर्ड प्रमुख

एक वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए, रेलवे बोर्ड के चेयरमैन और सीईओ वी.के.यादव ने कहा, "हम निश्चित ही स्लीपर क्लास कोचों को रखेंगे. इसमें कोई भी अस्पष्टता नहीं है."

स्लीपर क्लास को समाप्त करने की कोई येाजना नहीं: रेलवे बोर्ड प्रमुख
स्लीपर क्लास को समाप्त करने की कोई येाजना नहीं: रेलवे बोर्ड प्रमुख
author img

By

Published : Oct 15, 2020, 8:55 PM IST

नई दिल्ली: भारतीय रेल ने गुरुवार को उन रिपोर्ट्स का खंडन कर दिया, जिसमें कहा गया था कि रेलवे अब मेल व एक्सप्रेस ट्रेनों से स्लीपर क्लास बोगी हटाने वाली है. रेलवे ने कहा कि थ्री-टीयर कोच को लाने का मकसद यात्रियों की यात्रा को ज्यादा सस्ता और आरामदायक बनाना है.

एक वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए, रेलवे बोर्ड के चेयरमैन और सीईओ वी.के.यादव ने कहा, "हम निश्चित ही स्लीपर क्लास कोचों को रखेंगे. इसमें कोई भी अस्पष्टता नहीं है."

उन्होंने कहा कि रेलवे की योजना अपने नेटवर्क के ट्रेनों की स्पीड को बढ़ाना है. नई दिल्ली-मुंबई और नई दिल्ली-कोलकाता रूट पर ट्रेन की गति 130 किमी की जाएगी, जबकि 160 किमी की गति हासिल करने के लिए ट्रैक को अपग्रेड करने का काम शुरू हो चुका है. उन्होंने कहा कि इस बढ़ी हुई गति की वजह से स्लीपर क्लास के कोचों में यात्रियों को समस्या और परेशानी होगी."

ये भी पढ़ें: राज्यों की जीएसटी कमी की भरपाई के लिये केन्द्र लेगा कर्ज: वित्त मंत्रालय

यादव ने कहा, "इसलिए हमने नए एसी-3 टीयर कोच बनाने का निर्णय लिया है, जो कि अगले वर्ष तक सामने आ जाएगा. हमारा उद्देश्य एसी ट्रेवल को ज्यादा सस्ता बनाने का है और इसका फेयर एस-3 और स्लीपर क्लास के बीच होगा."

(आईएएनएस)

नई दिल्ली: भारतीय रेल ने गुरुवार को उन रिपोर्ट्स का खंडन कर दिया, जिसमें कहा गया था कि रेलवे अब मेल व एक्सप्रेस ट्रेनों से स्लीपर क्लास बोगी हटाने वाली है. रेलवे ने कहा कि थ्री-टीयर कोच को लाने का मकसद यात्रियों की यात्रा को ज्यादा सस्ता और आरामदायक बनाना है.

एक वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए, रेलवे बोर्ड के चेयरमैन और सीईओ वी.के.यादव ने कहा, "हम निश्चित ही स्लीपर क्लास कोचों को रखेंगे. इसमें कोई भी अस्पष्टता नहीं है."

उन्होंने कहा कि रेलवे की योजना अपने नेटवर्क के ट्रेनों की स्पीड को बढ़ाना है. नई दिल्ली-मुंबई और नई दिल्ली-कोलकाता रूट पर ट्रेन की गति 130 किमी की जाएगी, जबकि 160 किमी की गति हासिल करने के लिए ट्रैक को अपग्रेड करने का काम शुरू हो चुका है. उन्होंने कहा कि इस बढ़ी हुई गति की वजह से स्लीपर क्लास के कोचों में यात्रियों को समस्या और परेशानी होगी."

ये भी पढ़ें: राज्यों की जीएसटी कमी की भरपाई के लिये केन्द्र लेगा कर्ज: वित्त मंत्रालय

यादव ने कहा, "इसलिए हमने नए एसी-3 टीयर कोच बनाने का निर्णय लिया है, जो कि अगले वर्ष तक सामने आ जाएगा. हमारा उद्देश्य एसी ट्रेवल को ज्यादा सस्ता बनाने का है और इसका फेयर एस-3 और स्लीपर क्लास के बीच होगा."

(आईएएनएस)

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.