ETV Bharat / business

इस महीने शुरू होगा वाणिज्यिक खनन नीलामी का अगला चरण : कोयला मंत्री - वाणिज्यिक खनन नीलामी

कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी ने वाणिज्यिक कोयला खनन के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर और एकल-खिड़की निकासी प्रणाली के शुभारंभ पर कहा कि वाणिज्यिक कोयला खनन को अब व्यवस्था का हिस्सा बना दिया गया है.

इस महीने शुरू होगा वाणिज्यिक खनन नीलामी का अगला चरण : कोयला मंत्री
इस महीने शुरू होगा वाणिज्यिक खनन नीलामी का अगला चरण : कोयला मंत्री
author img

By

Published : Jan 11, 2021, 3:59 PM IST

नई दिल्ली : कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी ने सोमवार को कहा कि वाणिज्यिक खदानों की नीलामी का अगला चरण इस महीने शुरू होगा और साथ ही जोर दिया कि ये दौर आगे भी जारी रहेंगे.

उन्होंने वाणिज्यिक कोयला खनन के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर और एकल-खिड़की निकासी प्रणाली के शुभारंभ पर कहा कि वाणिज्यिक कोयला खनन को अब व्यवस्था का हिस्सा बना दिया गया है.

मंत्री ने कहा, "वाणिज्यिक खनन नीलामी का अगला चरण जनवरी 2021 में शुरू होगा और ये चरण आगे भी जारी रहेंगे."

गृह मंत्री अमित शाह ने समारोह में कहा कि देश को 2025 तक 5,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने में कोयला क्षेत्र सबसे महत्वपूर्ण योगदान कर सकता है.

उन्होंने कहा कि दुनिया का चौथा सबसे बड़ा भंडार होने के बावजूद भारत कोयला आयात कर रहा है और यह देश के लिए सही नहीं है.

जोशी ने कहा कि एकल-खिड़की निकासी से कोयला क्षेत्र में कारोबार सुगम होगा. इस समय देश में कोयला खदान शुरू करने से पहले लगभग 19 प्रमुख मंजूरियों की जरूरत है. अब, पूरी प्रक्रिया को चरणबद्ध तरीके से एकल-खिड़की निकासी पोर्टल के माध्यम से आसान बनाया जाएगा.

ये भी पढ़ें : भारत, अमेरिका व्यापार संबंधों के विस्तृत दायरे पर चर्चा कर रहे हैं: अमेरिकी संसद की रिपोर्ट

नई दिल्ली : कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी ने सोमवार को कहा कि वाणिज्यिक खदानों की नीलामी का अगला चरण इस महीने शुरू होगा और साथ ही जोर दिया कि ये दौर आगे भी जारी रहेंगे.

उन्होंने वाणिज्यिक कोयला खनन के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर और एकल-खिड़की निकासी प्रणाली के शुभारंभ पर कहा कि वाणिज्यिक कोयला खनन को अब व्यवस्था का हिस्सा बना दिया गया है.

मंत्री ने कहा, "वाणिज्यिक खनन नीलामी का अगला चरण जनवरी 2021 में शुरू होगा और ये चरण आगे भी जारी रहेंगे."

गृह मंत्री अमित शाह ने समारोह में कहा कि देश को 2025 तक 5,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने में कोयला क्षेत्र सबसे महत्वपूर्ण योगदान कर सकता है.

उन्होंने कहा कि दुनिया का चौथा सबसे बड़ा भंडार होने के बावजूद भारत कोयला आयात कर रहा है और यह देश के लिए सही नहीं है.

जोशी ने कहा कि एकल-खिड़की निकासी से कोयला क्षेत्र में कारोबार सुगम होगा. इस समय देश में कोयला खदान शुरू करने से पहले लगभग 19 प्रमुख मंजूरियों की जरूरत है. अब, पूरी प्रक्रिया को चरणबद्ध तरीके से एकल-खिड़की निकासी पोर्टल के माध्यम से आसान बनाया जाएगा.

ये भी पढ़ें : भारत, अमेरिका व्यापार संबंधों के विस्तृत दायरे पर चर्चा कर रहे हैं: अमेरिकी संसद की रिपोर्ट

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.