ETV Bharat / business

जेट एयरवेज मामला : कंसोर्टियम ने एयरलाइन स्लॉट आवंटन के लिए टास्क फोर्स की मांग की

जेट एयरवेज के प्रस्ताव आवेदक, कालरॉक-जालान कंसोर्टियम ने एयरलाइन के स्लॉट आवंटन के लिए एक टास्क फोर्स गठित करने के लिए कहा है.

जेट एयरवेज
जेट एयरवेज
author img

By

Published : Mar 25, 2021, 4:04 PM IST

नई दिल्ली : जेट एयरवेज के प्रस्ताव आवेदक, कलोरोक-जालान कंसोर्टियम ने बुधवार को एयरलाइन को स्लॉट आवंटन के लिए एक टास्क फोर्स बनाने की मांग की. यह जानकारी सूत्रों ने ईटीवी भारत को दी.

बुधवार को नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीलएटी) की मुंबई बेंच में एक सुनवाई के दौरान, कालरॉक-जालान कंसोर्टियम ने जेट एयरवेज पर टास्क फोर्स बनाने की मांग करते हुए कहा कि स्लॉट एयरलाइन की संपत्ति हैं और इसलिए यह एयरलाइन के पुनरुद्धार के लिए महत्वपूर्ण है.

रिजॉल्यूशन आवेदक द्वारा अपील के बाद, ट्रिब्यूनल ने अब मामले में नागरिक उड्डयन मंत्रालय (एमओसीए) से जवाब मांगा है.

सूत्रों ने कहा कि एनसीएलटी ने जेट एयरवेज की दिवाला में सुनवाई की अगली तारीख 5 अप्रैल तक इस मुद्दे पर बातचीत करने के लिए रिजॉल्यूशन आवेदक एमओसीए, एविएशन रेगुलेटरी डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) से भी पूछा है.

कंसोर्टियम ने पहले कहा था कि यदि जेट एयरवेज के स्लॉट को फिर से बहाल नहीं किया गया तो पुनरुद्धार का पूरा उद्देश्य पराजित हो जाएगा.

ये भी पढ़ें : राज्यसभा ने चर्चा के बाद लौटाया वित्त विधेयक, संसद की मंजूरी प्रक्रिया पूरी

इससे पहले, एनसीएलटी, डीजीसीए और एमओसीए ने एक संयुक्त हलफनामे में कहा था कि संयुक्त अरब अमीरात स्थित उद्यमी मुरारी लाल जलाल और कल्क्रो कैपिटल से जीतने वाले कंसोर्टियम को शॉट्स के लिए फिर से आवेदन करना होगा.

विशेष रूप से, नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने जेट एयरवेज के स्लॉट को अन्य एयरलाइनों को वितरित किया था, क्योंकि उसने 2019 में अपने परिचालन को बंद कर दिया था. इन स्लॉटों को डीजीसीए, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण और निजी हवाईअड्डा संचालकों के अधिकारियों की एक समिति द्वारा आवंटित किया गया था.

नई दिल्ली : जेट एयरवेज के प्रस्ताव आवेदक, कलोरोक-जालान कंसोर्टियम ने बुधवार को एयरलाइन को स्लॉट आवंटन के लिए एक टास्क फोर्स बनाने की मांग की. यह जानकारी सूत्रों ने ईटीवी भारत को दी.

बुधवार को नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीलएटी) की मुंबई बेंच में एक सुनवाई के दौरान, कालरॉक-जालान कंसोर्टियम ने जेट एयरवेज पर टास्क फोर्स बनाने की मांग करते हुए कहा कि स्लॉट एयरलाइन की संपत्ति हैं और इसलिए यह एयरलाइन के पुनरुद्धार के लिए महत्वपूर्ण है.

रिजॉल्यूशन आवेदक द्वारा अपील के बाद, ट्रिब्यूनल ने अब मामले में नागरिक उड्डयन मंत्रालय (एमओसीए) से जवाब मांगा है.

सूत्रों ने कहा कि एनसीएलटी ने जेट एयरवेज की दिवाला में सुनवाई की अगली तारीख 5 अप्रैल तक इस मुद्दे पर बातचीत करने के लिए रिजॉल्यूशन आवेदक एमओसीए, एविएशन रेगुलेटरी डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) से भी पूछा है.

कंसोर्टियम ने पहले कहा था कि यदि जेट एयरवेज के स्लॉट को फिर से बहाल नहीं किया गया तो पुनरुद्धार का पूरा उद्देश्य पराजित हो जाएगा.

ये भी पढ़ें : राज्यसभा ने चर्चा के बाद लौटाया वित्त विधेयक, संसद की मंजूरी प्रक्रिया पूरी

इससे पहले, एनसीएलटी, डीजीसीए और एमओसीए ने एक संयुक्त हलफनामे में कहा था कि संयुक्त अरब अमीरात स्थित उद्यमी मुरारी लाल जलाल और कल्क्रो कैपिटल से जीतने वाले कंसोर्टियम को शॉट्स के लिए फिर से आवेदन करना होगा.

विशेष रूप से, नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने जेट एयरवेज के स्लॉट को अन्य एयरलाइनों को वितरित किया था, क्योंकि उसने 2019 में अपने परिचालन को बंद कर दिया था. इन स्लॉटों को डीजीसीए, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण और निजी हवाईअड्डा संचालकों के अधिकारियों की एक समिति द्वारा आवंटित किया गया था.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.