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अस्पताल से 45 दिन का बच्चा किडनैप कर ट्रेन से भाग रहे थे, फिर पुलिस ने आरोपियों को ऐसे दबोचा - NEWBORN BABY KIDNAPPED IN DELHI

-दिल्ली पुलिस की संयुक्त ऑपरेशन में महिला समेत दो अपहरणकर्ता गिरफ्तार -तकनीकी निगरानी और मानव खुफिया जानकारी से बच्चा बरामद

दिल्ली में 45 दिन के बच्चे का अपहरण, यूपी के शाहजहांपुर रेलवे स्टेशन से बचाया गया
दिल्ली में 45 दिन के बच्चे का अपहरण, यूपी के शाहजहांपुर रेलवे स्टेशन से बचाया गया (Etv bharat)
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Nov 17, 2024, 4:30 PM IST

नई दिल्ली: दक्षिण पश्चिम जिले की पुलिस ने बच्चे के अपहरण के मामले को सुलझा कर एक बड़ी सफलता हासिल की है. पुलिस ने 45 दिन के अपहृत बच्चे को शाहजहांपुर रेलवे स्टेशन, उत्तर प्रदेश से सुरक्षित बरामद किया. यह ऑपरेशन भारतीय रेलवे पुलिस (GRP), रेलवे सुरक्षा बल (RPF) और रेलवे स्टाफ के साथ मिलकर किया गया, जिसमें दो अपहरणकर्ता, एक महिला और एक पुरुष को गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार आरोपियों में महिला माही सिंह और पुरुष रोहित कुमार (32 वर्ष) शामिल हैं.

सफदरजंग अस्पताल से नवजात बच्चे का अपहरण: सफदरजंग अस्पताल से 15 नवंबर की रात करीब 1.45 बजे एक महिला ने एक अन्य महिला से मुलाकात की और उसकी नवजात बच्ची को गोद में लेकर फरार हो गई. चोरी की इस घटना में महिला के साथ एक युवक भी शामिल था. इसके बाद से ही दिल्ली पुलिस उनकी तलाश में जुट गई थी. इस बीच सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया, जिससे पुलिस के लिए उन्हें तलाश करना आसान हो गया.

दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल से नवजात बच्चे का अपहरण (Etv bharat)

रेलवे पुलिस की मदद: पुलिस को पता चला कि आनंद विहार से रक्सौल जाने वाली सद्भावना एक्सप्रेस में युवक-युवती नवजात को लेकर सवार हुए थे. तब तक ट्रेन रवाना हो चुकी थी. जिसके बाद सफदरजंग थाने की पुलिस ने मामले की जानकारी बरेली जीआरपी थाने के प्रभारी अजीत प्रताप को दी. उस वक्त ट्रेन बरेली के चनेहटी स्टेशन के पास थी. इसके बाद ट्रेन में मौजूद जीआरपी टीम ने दिल्ली पुलिस द्वारा भेजे गए सीसीटीवी के आधार पर चेकिंग शुरू की तो युवक और युवती ट्रेन की जनरल बोगी में सवार मिले. उनके पास नवजात भी था. जीआरपी ने उन्हें अपनी हिरासत में लेकर पूछताछ की तो पता चला कि 45 दिन का नवजात बच्चा दिल्ली के अस्पताल के चोरी किया गया था. शाहजहांपुर में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.

पुलिस द्वारा आगे की कार्रवाई: दोनों आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद जानकारी सफदरजंग थाने की पुलिस को दी गई. नवजात सहित युवक और युवती को दिल्ली पुलिस के हवाले कर दिया गया. पुलिस अब इस बारे पता करेगी कि बच्चे को चुराकर वे कहां जाने वाले थे और क्या किसी गिरोह से तो वे नहीं जुड़े हैं?

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नई दिल्ली: दक्षिण पश्चिम जिले की पुलिस ने बच्चे के अपहरण के मामले को सुलझा कर एक बड़ी सफलता हासिल की है. पुलिस ने 45 दिन के अपहृत बच्चे को शाहजहांपुर रेलवे स्टेशन, उत्तर प्रदेश से सुरक्षित बरामद किया. यह ऑपरेशन भारतीय रेलवे पुलिस (GRP), रेलवे सुरक्षा बल (RPF) और रेलवे स्टाफ के साथ मिलकर किया गया, जिसमें दो अपहरणकर्ता, एक महिला और एक पुरुष को गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार आरोपियों में महिला माही सिंह और पुरुष रोहित कुमार (32 वर्ष) शामिल हैं.

सफदरजंग अस्पताल से नवजात बच्चे का अपहरण: सफदरजंग अस्पताल से 15 नवंबर की रात करीब 1.45 बजे एक महिला ने एक अन्य महिला से मुलाकात की और उसकी नवजात बच्ची को गोद में लेकर फरार हो गई. चोरी की इस घटना में महिला के साथ एक युवक भी शामिल था. इसके बाद से ही दिल्ली पुलिस उनकी तलाश में जुट गई थी. इस बीच सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया, जिससे पुलिस के लिए उन्हें तलाश करना आसान हो गया.

दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल से नवजात बच्चे का अपहरण (Etv bharat)

रेलवे पुलिस की मदद: पुलिस को पता चला कि आनंद विहार से रक्सौल जाने वाली सद्भावना एक्सप्रेस में युवक-युवती नवजात को लेकर सवार हुए थे. तब तक ट्रेन रवाना हो चुकी थी. जिसके बाद सफदरजंग थाने की पुलिस ने मामले की जानकारी बरेली जीआरपी थाने के प्रभारी अजीत प्रताप को दी. उस वक्त ट्रेन बरेली के चनेहटी स्टेशन के पास थी. इसके बाद ट्रेन में मौजूद जीआरपी टीम ने दिल्ली पुलिस द्वारा भेजे गए सीसीटीवी के आधार पर चेकिंग शुरू की तो युवक और युवती ट्रेन की जनरल बोगी में सवार मिले. उनके पास नवजात भी था. जीआरपी ने उन्हें अपनी हिरासत में लेकर पूछताछ की तो पता चला कि 45 दिन का नवजात बच्चा दिल्ली के अस्पताल के चोरी किया गया था. शाहजहांपुर में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.

पुलिस द्वारा आगे की कार्रवाई: दोनों आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद जानकारी सफदरजंग थाने की पुलिस को दी गई. नवजात सहित युवक और युवती को दिल्ली पुलिस के हवाले कर दिया गया. पुलिस अब इस बारे पता करेगी कि बच्चे को चुराकर वे कहां जाने वाले थे और क्या किसी गिरोह से तो वे नहीं जुड़े हैं?

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