नई दिल्ली: अयोध्या के राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले का स्वागत करते हुए सोशल मीडिया यूजर्स ने निर्णय की सराहना की है. शीर्ष न्यायालय ने केंद्र सरकार को राम मंदिर निर्माण के लिए तीन महीने में ट्रस्ट बनाने का निर्देश दिया है.
मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच जजों की पीठ ने सर्वसम्मति से लिए गए फैसल में सात दशकों पुराने जमीन विवाद मामले में एक पक्षकार रहे सुन्नी वक्फ बोर्ड को वैकल्पिक तौर पर मस्जिद निर्माण के लिए अलग से 5 एकड़ जमीन देने का भी आदेश दिया है.
उच्चतम न्यायालय के शनिवार के निर्णय का भारतीय उद्योग जगत और केंद्रीय मंत्रियों ने एक पुराने कानूनी विवाद का समाधान और न्यायपालिका का साहसिक निर्णय बताते हुए इसका स्वागत किया है.
जानिए किसने क्या कहा:-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी: देश के सर्वोच्च न्यायालय ने अयोध्या पर अपना फैसला सुना दिया है. इस फैसले को किसी की हार या जीत के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए. रामभक्ति हो या रहीमभक्ति, ये समय हम सभी के लिए भारतभक्ति की भावना को सशक्त करने का है. देशवासियों से मेरी अपील है कि शांति, सद्भाव और एकता बनाए रखें.
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी: यह हमारे समाजिक सौहाद्र्र के लिए फायदेमंद होगा. इस मुद्दे पर अब आगे कोई विवाद नहीं होना चाहिए, लोगों से मेरी यही अपील है.
उद्योग वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल: यह उच्चतम न्यायालय का एकमत से लिया गया स्वागतयोग्य निर्णय है. इस निर्णय ने दशकों पुराने कानूनी वाद का अंत कर दिया है. उन्होंने अपील भी की कि लोगों को न्यायालय का फैसला स्वीकार करना चाहिए और शांति बनाए रखनी चाहिए.
उद्योगपित तथा महिंद्रा एंड महिंद्रा समूह के प्रमुख आनंद महिंद्रा: महिंद्रा ने कहा कि वह पीठ के पांचों न्यायाधीशों के अभूतपूर्व साहस को सराहते हैं. उन्होंने लिखा, "पांच न्यायाधीश, एक निर्णय जिसका इंतजार 130 करोड़ लोगों को था. इस निर्णय पर पहुंचने के लिए पीठ को कितने असाधारण साहस और मस्तिष्क के अद्भुत प्रयोग की आवश्यकता पड़ी होगी. मैं उनकी कर्तव्यपरायणता और अपने देश में न्याय को लागू करने के लिए उनको सलाम करता हूं."
इफ्को के प्रबंध निदेशक यू. एस. अवस्थी ने ट्वीट किया, "उच्चतम न्यायालय के पांच न्यायाधीशों की पीठ द्वारा विवादित स्थल राम मंदिर निर्माण के लिए हिंदुओं को देने और मुस्लिमों को पांच एकड़ की दूसरी भूमि देने के निर्णय का स्वागत करते हैं. यह पूरे मुद्दे का अच्छा शांतिपूर्ण हल है. हमें शांति और सौहार्द बनाए रखना चाहिए."
उद्योग मंडल पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने भी उच्चतम न्यायालय के निर्णय का स्वागत किया है. इसके लिए चैंबर के अध्यक्ष डी. के. अग्रवाल ने देश के हर नागरिक को बधाई दी है.
उल्लेखनीय है कि उच्चतम न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय संविधान पीठ ने शनिवार को अयोध्या भूमि विवाद का फैसला सुनाया जिससे धार्मिक नगर अयोध्या में कानूनी विवाद के केंद्र में रहे 2.77 एकड़ के स्थल पर राम मंदिर बनना मार्ग खुल गया है.