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लॉकडाऊन के कारण आइसक्रीम की बिक्री पिछले साल की तुलना में 85 प्रतिशत घटी: अमूल - Ice cream sales down 85% due to lockdown: Amul

जीसीएमएमएफ ने एक विज्ञप्ति में कहा कि पिछले साल की समान अवधि की तुलना में आइसक्रीम और सुगंधित दूध की बिक्री में क्रमशः 85 और 70 प्रतिशत की कमी आई है.

लॉकडाऊन के कारण आइसक्रीम की बिक्री पिछले साल की तुलना में 85 प्रतिशत घटी: अमूल
लॉकडाऊन के कारण आइसक्रीम की बिक्री पिछले साल की तुलना में 85 प्रतिशत घटी: अमूल
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Published : Apr 19, 2020, 2:12 PM IST

अहमदाबाद: अमूल ब्रांड से दुग्घ उत्पाद बनाने वाली गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन महासंघ (जीसीएमएमएफ) ने शनिवार को कहा कि वह पिछले साल के मुकाबले 15 प्रतिशत अधिक दूध खरीद रही है. उसकी दूध खरीद अब 255-260 लाख लीटर प्रतिदिन तक पहुंच गई है लेकिन दूसरी तरफ लॉकडाउन की वजह से उसकी बिक्री घटी है.

जीसीएमएमएफ ने कहा कि लॉकडाऊन के कारण दूध के पाउच, सुगंधित स्वादिष्ट दूध और आइसक्रीम की बिक्री घटी है. कंपनी ने कहा कि वह निजी दूध उत्पादकों से भी दूध खरीद रही है इसलिये उसकी खरीद बढ़ गई है.

हालांकि, कंपनी ने कहा है कि पनीर और घी की बिक्री इस दौरान बढ़ी है.

जीसीएमएमएफ ने एक विज्ञप्ति में कहा कि मार्च 2020 में थैली बंद दूध की बिक्री 140 लाख लीटर प्रतिदिन थी जो अप्रैल में घटकर 125 लाख लीटर रह गई. होटल एवं कैटरिंग सेवाओं के बंद होने से बिक्री कम हुई है.

ये भी पढ़ें- एचडीएफसी बैंक के बोर्ड ने पुरी का 'उत्तराधिकारी' खोजा, रिजर्व बैक की मंजूरी का इंतजार

इसमें कहा गया है कि लोगों के शहरों से गांवों की तरफ लौटने के कारण भी थैली वाले दूध की बिक्री प्रभावित हुई है.

पिछले साल की समान अवधि की तुलना में आइसक्रीम और सुगंधित दूध की बिक्री में क्रमशः 85 और 70 प्रतिशत की कमी आई है.

दूसरी ओर टेट्रापैक में बिकने वाले पनीर, घी, मक्खन और दूध की बिक्री में 15-50 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.

विज्ञप्ति में कहा गया है कि पिछले साल के इसी महीने की तुलना में दूध की खरीद अब 255-260 लाख लीटर प्रतिदिन हो गई है जो लगभग 15 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है.

इसमें कहा गया है कि अमूल दुग्ध सहकारी समितियां सरकार के निर्देशानुसार निजी दुग्ध उत्पादकों से भी दूध खरीद रही हैं.

जीसीएमएमएफ की सदस्य सहकारी समितियों ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री राहत कोष में 15 करोड़ रुपये का अनुदान दिया है.

(पीटीआई-भाषा)

अहमदाबाद: अमूल ब्रांड से दुग्घ उत्पाद बनाने वाली गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन महासंघ (जीसीएमएमएफ) ने शनिवार को कहा कि वह पिछले साल के मुकाबले 15 प्रतिशत अधिक दूध खरीद रही है. उसकी दूध खरीद अब 255-260 लाख लीटर प्रतिदिन तक पहुंच गई है लेकिन दूसरी तरफ लॉकडाउन की वजह से उसकी बिक्री घटी है.

जीसीएमएमएफ ने कहा कि लॉकडाऊन के कारण दूध के पाउच, सुगंधित स्वादिष्ट दूध और आइसक्रीम की बिक्री घटी है. कंपनी ने कहा कि वह निजी दूध उत्पादकों से भी दूध खरीद रही है इसलिये उसकी खरीद बढ़ गई है.

हालांकि, कंपनी ने कहा है कि पनीर और घी की बिक्री इस दौरान बढ़ी है.

जीसीएमएमएफ ने एक विज्ञप्ति में कहा कि मार्च 2020 में थैली बंद दूध की बिक्री 140 लाख लीटर प्रतिदिन थी जो अप्रैल में घटकर 125 लाख लीटर रह गई. होटल एवं कैटरिंग सेवाओं के बंद होने से बिक्री कम हुई है.

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इसमें कहा गया है कि लोगों के शहरों से गांवों की तरफ लौटने के कारण भी थैली वाले दूध की बिक्री प्रभावित हुई है.

पिछले साल की समान अवधि की तुलना में आइसक्रीम और सुगंधित दूध की बिक्री में क्रमशः 85 और 70 प्रतिशत की कमी आई है.

दूसरी ओर टेट्रापैक में बिकने वाले पनीर, घी, मक्खन और दूध की बिक्री में 15-50 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.

विज्ञप्ति में कहा गया है कि पिछले साल के इसी महीने की तुलना में दूध की खरीद अब 255-260 लाख लीटर प्रतिदिन हो गई है जो लगभग 15 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है.

इसमें कहा गया है कि अमूल दुग्ध सहकारी समितियां सरकार के निर्देशानुसार निजी दुग्ध उत्पादकों से भी दूध खरीद रही हैं.

जीसीएमएमएफ की सदस्य सहकारी समितियों ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री राहत कोष में 15 करोड़ रुपये का अनुदान दिया है.

(पीटीआई-भाषा)

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