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वित्त वर्ष के आखिरी दिन भी कंपनियों को जीएसटी जमा करने को प्रेरित कर रहे कर अधिेकारी - सीबीडीटी

चालू वित्त वर्ष की समाप्ति के मद्देनजर वित्त वर्ष के अंतिम दिन रविवार होने के बाद भी कर संग्रह कार्यालय एवं सरकारी लेनदेन करने वाली बैंक शाखाओं को खुला रखा गया है. कर अधिकारी चाहते हैं कि यदि रविवार तक जितना ज्यादा से ज्यादा जीएसटी जमा हो पाया तो वह सोमवार को जारी होने वाले आंकड़े में शामिल हो सकेगा.

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Published : Mar 31, 2019, 3:38 PM IST

नई दिल्ली : माल एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह के तय लक्ष्य को हासिल करने के लिये कर अधिकारी कंपनियों को वित्त वर्ष समाप्त होने से पहले जीएसटी जमा करने को प्रेरित कर रहे हैं ताकि उसकी गणना मार्च 2019 के कर संग्रह आंकड़ों में की जा सके. एक सरकारी अधिकारी ने इसकी जानकारी दी.

मार्च महीने के जीएसटी संग्रह के आंकड़े सोमवार यानी एक अप्रैल को जारी होने वाले हैं. चालू वित्त वर्ष की समाप्ति के मद्देनजर वित्त वर्ष के अंतिम दिन रविवार होने के बाद भी कर संग्रह कार्यालय एवं सरकारी लेनदेन करने वाली बैंक शाखाओं को खुला रखा गया है. कर अधिकारी चाहते हैं कि यदि रविवार तक जितना ज्यादा से ज्यादा जीएसटी जमा हो पाया तो वह सोमवार को जारी होने वाले आंकड़े में शामिल हो सकेगा.

अधिकारी ने पीटीआई -भाषा से कहा, "कर अधिकारी करदाताओं के साथ अच्छे संबंध का इस्तेमाल कर रहे हैं और उन्हें वित्त वर्ष के अंतिम महीने के अंत तक जीएसटी जमा करने को कह रहे हैं, ताकि 2018-19 के कर संग्रह लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके."

इसके अलावा कर अधिकारी पहले किये जा चुके ऑर्डर, जिनकी डिलिवरी बाद के महीनों में होने वाली है, के लिये भी निवेशकों को मार्च में ही जीएसटी भरने को प्रेरित कर रहे हैं. जीएसटी से पहले की कर व्यवस्था में भी वित्त वर्ष के अंतिम महीने में कर अधिकारी संग्रह का लक्ष्य पाने के लिये कंपनियों को इस तरह से प्रेरित करते रहे थे.

उल्लेखनीय है कि सरकार ने वित्त वर्ष 2018-19 के लिये जीएसटी संग्रह का लक्ष्य 13.71 लाख करोड़ रुपये से घटाकर 11.47 लाख करोड़ रुपये कर दिया है. नये वित्त वर्ष 2019- 20 के लिये जीएसटी संग्रह लक्ष्य 13.71 लाख करोड़ रुपये रखा गया है.
ये भी पढ़ें ; भारतीय कॉफी की पांच किस्‍मों को मिला जीआई टैग

नई दिल्ली : माल एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह के तय लक्ष्य को हासिल करने के लिये कर अधिकारी कंपनियों को वित्त वर्ष समाप्त होने से पहले जीएसटी जमा करने को प्रेरित कर रहे हैं ताकि उसकी गणना मार्च 2019 के कर संग्रह आंकड़ों में की जा सके. एक सरकारी अधिकारी ने इसकी जानकारी दी.

मार्च महीने के जीएसटी संग्रह के आंकड़े सोमवार यानी एक अप्रैल को जारी होने वाले हैं. चालू वित्त वर्ष की समाप्ति के मद्देनजर वित्त वर्ष के अंतिम दिन रविवार होने के बाद भी कर संग्रह कार्यालय एवं सरकारी लेनदेन करने वाली बैंक शाखाओं को खुला रखा गया है. कर अधिकारी चाहते हैं कि यदि रविवार तक जितना ज्यादा से ज्यादा जीएसटी जमा हो पाया तो वह सोमवार को जारी होने वाले आंकड़े में शामिल हो सकेगा.

अधिकारी ने पीटीआई -भाषा से कहा, "कर अधिकारी करदाताओं के साथ अच्छे संबंध का इस्तेमाल कर रहे हैं और उन्हें वित्त वर्ष के अंतिम महीने के अंत तक जीएसटी जमा करने को कह रहे हैं, ताकि 2018-19 के कर संग्रह लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके."

इसके अलावा कर अधिकारी पहले किये जा चुके ऑर्डर, जिनकी डिलिवरी बाद के महीनों में होने वाली है, के लिये भी निवेशकों को मार्च में ही जीएसटी भरने को प्रेरित कर रहे हैं. जीएसटी से पहले की कर व्यवस्था में भी वित्त वर्ष के अंतिम महीने में कर अधिकारी संग्रह का लक्ष्य पाने के लिये कंपनियों को इस तरह से प्रेरित करते रहे थे.

उल्लेखनीय है कि सरकार ने वित्त वर्ष 2018-19 के लिये जीएसटी संग्रह का लक्ष्य 13.71 लाख करोड़ रुपये से घटाकर 11.47 लाख करोड़ रुपये कर दिया है. नये वित्त वर्ष 2019- 20 के लिये जीएसटी संग्रह लक्ष्य 13.71 लाख करोड़ रुपये रखा गया है.
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नई दिल्ली : माल एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह के तय लक्ष्य को हासिल करने के लिये कर अधिकारी कंपनियों को वित्त वर्ष समाप्त होने से पहले जीएसटी जमा करने को प्रेरित कर रहे हैं ताकि उसकी गणना मार्च 2019 के कर संग्रह आंकड़ों में की जा सके. एक सरकारी अधिकारी ने इसकी जानकारी दी.

मार्च महीने के जीएसटी संग्रह के आंकड़े सोमवार यानी एक अप्रैल को जारी होने वाले हैं. चालू वित्त वर्ष की समाप्ति के मद्देनजर वित्त वर्ष के अंतिम दिन रविवार होने के बाद भी कर संग्रह कार्यालय एवं सरकारी लेनदेन करने वाली बैंक शाखाओं को खुला रखा गया है. कर अधिकारी चाहते हैं कि यदि रविवार तक जितना ज्यादा से ज्यादा जीएसटी जमा हो पाया तो वह सोमवार को जारी होने वाले आंकड़े में शामिल हो सकेगा.

अधिकारी ने पीटीआई -भाषा से कहा, "कर अधिकारी करदाताओं के साथ अच्छे संबंध का इस्तेमाल कर रहे हैं और उन्हें वित्त वर्ष के अंतिम महीने के अंत तक जीएसटी जमा करने को कह रहे हैं, ताकि 2018-19 के कर संग्रह लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके."

इसके अलावा कर अधिकारी पहले किये जा चुके ऑर्डर, जिनकी डिलिवरी बाद के महीनों में होने वाली है, के लिये भी निवेशकों को मार्च में ही जीएसटी भरने को प्रेरित कर रहे हैं. जीएसटी से पहले की कर व्यवस्था में भी वित्त वर्ष के अंतिम महीने में कर अधिकारी संग्रह का लक्ष्य पाने के लिये कंपनियों को इस तरह से प्रेरित करते रहे थे.

उल्लेखनीय है कि सरकार ने वित्त वर्ष 2018-19 के लिये जीएसटी संग्रह का लक्ष्य 13.71 लाख करोड़ रुपये से घटाकर 11.47 लाख करोड़ रुपये कर दिया है. नये वित्त वर्ष 2019- 20 के लिये जीएसटी संग्रह लक्ष्य 13.71 लाख करोड़ रुपये रखा गया है.

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