नई दिल्ली: विमानन क्षेत्र की नियामक डीजीसीए ने एयर इंडिया एक्सप्रेस, स्पाइसजेट, एयरएशिया, इंडिगो और गोएयर की सुरक्षा का आडिट किया. नियामक ने पाया कि उनके द्वारा लागू किये गये सुरक्षा प्रबंधन प्रणाली का कार्यान्वयन पर्याप्त नहीं है. सरकार ने बुधवार को राज्यसभा को यह जानकरी दी.
नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि ऑडिट में यह भी पाया गया कि फ्लाइट क्रू रोस्टिंग सॉफ्टवेयर को अपग्रेड नहीं किया गया था और अप्रशिक्षित कर्मचारी चेक-इन काउंटरों पर काम कर रहे थे.
उन्होंने बताया कि चेक-इन काउंटरों पर काम करने वाले अन्य कर्मचारियों को भी खतरनाक सामानों के नियमों में प्रशिक्षित होने के बावजूद उन सामानों को संभालने के लिए पर्याप्त जानकारी नहीं थी.
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पुरी ने कहा कि ऑडिट के दौरान, यह पाया गया कि क्वांटम डिजिटल फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर का विश्लेषण एफओक्यूए के तहत किया गया था जो भारतीय सुरक्षा नियामकों की आवश्यकता के अनुसार नहीं था.
उन्होंने कहा कि सुरक्षा प्रबंधन प्रणाली के कार्यान्वयन में कमी पाई गई. मंत्री ने कहा कि नागरिक उड्डयन महानिदेशालय ने एयरलाइंस को ऑडिट के दौरान पाई गई कमियों को दूर करने के बारे में सुधारात्मक कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.