मुंबई: भारतीय फ्रोंजन फूड (बर्फीले खाद्य सामान) उद्योग में वर्ष 2020-24 के दौरान सालाना 17 प्रतिशत की दर से वृद्धि होने की संभावना है. विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोनोवायरस महामारी ने लोगों को स्वस्थ के बारे में अधिक जागरूक किया है.
अमेरिकी सोयाबीन निर्यात परिषद द्वारा आयोजित एक परिचर्चा के अनुसार, कई क्षेत्रों में मंदी का सामना करने के बावजूद, फ्रोजेन खाद्य पदार्थो के उद्योग में तेजी आई है, जो लोगों के स्वास्थ्य के प्रति सचेत होने के कारण निरंतर बढ़ रहा है.
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विशेषज्ञों ने कहा कि इससे पहले, प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों की उच्च लागत, इस क्षेत्र के विकास के लिए एक बड़ी चुनौती थी. हालांकि, समाज में स्वास्थ्य के प्रति बढ़ती जागरूकता और आत्म-सजग लोगों की संख्या बढ़ने से इस पूरे उद्योग का कायांतर हो गया है.
वैश्विक बाजार अनुसंधान कंपनी आईएमएआरसी की रिपोर्ट के अनुसार, भारत का फ्रोजन फूड बाजार 2024 तक सालाना 17 प्रतिशत की दर से फैलेगा.
(पीटीआई-भाषा)